भीषण गर्मी और लू की चपेट में दिल्ली-एनसीआर समेत पूरा उत्तर भारत, 'रेड' अलर्ट जारी
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शनिवार को न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के बाद भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राष्ट्रीय राजधानी सहित उत्तर भारत के हिस्सों के लिए उच्चतम 'रेड' अलर्ट जारी किया है।
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दिल्ली के अलावा, आईएमडी के चार रंग-कोड के चेतावनियों में सबसे गंभीर 'रेड' अलर्ट पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए जारी किया गया है।
विभाग ने कहा कि शनिवार को दिल्ली में विशेष रूप से अलग-थलग पड़े हुए इलाकों में भीषण गर्मी की स्थिति बनेगी और अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
क्षेत्र में अगले पांच दिनों तक लू की स्थिति बनी रहेगी।
आईएमडी के अनुसार, अगर अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक, तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों के लिए कम से कम 30 डिग्री पहुंच जाता है तो लू चलने की स्थिति माना जाता है।
दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गुरुवार को लू की स्थिति देखने के बाद आईएमडी ने अलर्ट जारी किया।
मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के लगभग सभी मण्डल भीषण गर्मी से तप रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक हिस्से लू की चपेट में रहे। इस दौरान आगरा, वाराणसी, इलाहाबाद, मुरादाबाद, झांसी और मेरठ मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान बांदा राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 48.40 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
दिल्ली में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री ज्यादा 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ज्यादा 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। राष्ट्रीय राजधानी के अधिकतर इलाकों में लगातार दो दिन अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रहने पर लू की स्थिति की घोषणा की जाती है जबकि लगातार दो दिन पारा 47 डिग्री पहुंचने पर भीषण लू की स्थिति की घोषणा की जाती है।
इन बातों का रखें ख्याल
- गर्मी और धूप से होने वाली बीमारी से बचने के लिए एहतियात बरतना चाहिए। विशेषकर बच्चों को कोल्ड ड्रिंक से दूर रखते हुए और शकिंजी देना चाहिए।
- इसके अलावा दही में गुड़ मिलाकर सेवन करना चाहिए।
- गर्मी में फूड प्वॉइजनिंग की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए कटा हुआ फल न खरीदें और न ही देर से रखा हुआ खाना खाएं, बाहर खुले में बिकने वाले तले हुए खाद्य पदार्थ का सेवन भी न करें।
- तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें।
- बाजार में खुले में बिकने वाले जूस के सेवन से भी बचना चाहिए।
- घर से बाहर खाली पेट न निकलें।
- अधिक देर भूखे रहने से भी बचना चाहिए।
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