मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने हेमा मालिनी को जिताने की अपील की

Last Updated 25 Mar 2019 06:18:12 PM IST

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में ‘सबका विकास’ एवं ‘देश की आन-बान-शान की रक्षा’ के लिए भाजपा प्रत्याशी एवं निवर्तमान सांसद हेमा मालिनी को जिताने की अपील की।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सांसद हेमा मालिनी

मथुरा में लोकसभा चुनाव प्रचार का शुभारंभ करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी के किए गए कार्यो की सराहना की। हेमा मालिनी के द्वारा संसदीय कार्यकाल के दौरान कराए गए कार्यो पर अपनी मुहर लगाते हुए उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में मथुरा में वृन्दावन सहित आधा दर्जन से अधिक धर्मस्थलों को तीर्थस्थल घोषित करने से लेकर अब तक हुए तमाम कार्यो के लिए उनके प्रयासों का परिणाम बताया।         

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब दो वर्ष पूर्व प्रदेश में सरकार बनने के बाद मथुरा-वृन्दावन के विकास का रोडमैप तैयार करना था, तब हेमा मालिनी ने एक सांसद के नाते यहां के अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ खुद भी कई प्रस्ताव दिए। जिनके परिणामस्वरूप आज मथुरा जनपद राष्ट्रीय मानचित्र में उभरता हुआ दिखाई दे रहा है।’’         
मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा, ‘‘उन्होंने मथुरा की जनता को ऐसा प्रतिनिधि दिया। जिसने एक सेलिब्रिटी होते हुए भी ब्रजवासियों की गोपी भाव से सेवा करने का संकल्प पूरा लिया।’’       

उन्होंने हेमा मालिनी के बाहरी प्रत्याशी होने को लेकर विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए कहा, ‘‘एक ओर तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं उनकी मां सोनिया गांधी क्रमश: अमेठी व रायबरेली से वर्ष 2004 तथा 1998 से सांसद हैं किंतु उन दोनों के कार्यकाल को जोड़कर भी हिसाब लगाया जाए तो वे दोनों हेमा मालिनी के द्वारा मथुरा के लिए 250 यात्राएं करने के आंकड़े को नहीं छू सकते।’’         

योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सपा-बसपा व राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन पर उंगली उठाते हुए कहा, ‘‘जिन लोगों का आपस में कोई वैचारिक मेल नहीं, कोई सोच नहीं, कोई समन्वय नहीं, संवाद नहीं। वे सभी ‘चोर-चोर मौसेरे भाई’ समान हैं। वे सभी पुलिस से बचने के लिए एक हुए हैं। उन्हें सीबीआई का भी डर सता रहा है। जब चैकीदार चैकन्ना हो गया तो चोर सशंकित हैं कि कहीं पकड़े न जाएं।’’        

उन्होंने सपा पर आरोप लगाया कि वह आतंकवादियों को छोड़ना चाह रही थी। इसीलिए उनके मुकदमे वापस लेने के प्रयास किए जा रहे थे। जबकि, मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने देश के खिलाफ साजिश करते आतंकवादियों को एयर स्ट्राइक के जरिए खत्म कर दिया। बालाकोट की घटना इसका उदाहरण है।        

मुख्यमंत्री ने सपा व बसपा की सरकारों पर उंगली उठाते हुए कहा, ‘‘तब प्रदेश में गुण्डाराज कायम था। हर व्यापारी से वसूली की जाती थी। लेकिन हमने जीरो टॉलरेंस की नीति अपना कर उस स्थिति को समाप्त कर दिया।’’  

      

उन्होंने कहा, ‘‘ये सब मिलकर प्रदेश को फिर से लूट-खसोट का माध्यम बनाना चाह रहे हैं। इसीलिए एक हो गए हैं। अपने कार्यकाल में जगह-जगह अपनी मूर्तियां लगवाने वाली ‘बहनजी’ गन्ना किसानों की हितैषी होने जैसे बयान दे रही हैं। लेकिन हम उन 21 मिलों को वापस लेंगे, जो उन्होंने बेच दी थीं। जिससे प्रदेश के गन्ना किसान तबाह हो गए। युवाओं के रोजगार छिन गए।’’         

उन्होंने दावा किया, ‘भाजपा सरकार ने दो साल में 57 हजार 800 करोड़ रूपये का भुगतान किया है।

भाषा
मथुरा


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