Brain Tumor अब लाइलाज बीमारी नहीं
Brain Tumor अब लाइलाज बीमारी नहीं रह गई है। रेडिएशन, कीमोथेरेपी और सर्जरी के क्षेत्र में नई खोज से ब्रेन ट्यूमर का इलाज आसान हुआ है।
Brain Tumor अब लाइलाज बीमारी नहीं |
यहां तक कि बच्चों और युवाओं में अगर सही समय पर जांच हो जाए तो कैंसर कारक ब्रेन ट्यूमर का भी इलाज संभव है। वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे (World Brain Tumor Day) पर राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर (RGCIRC) के सीनियर कंसलटेंट एवं न्यूरो एंड स्पाइन सर्जरी के प्रमुख डॉ. आई सी प्रेमसागर ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों पर ध्यान रखने की जरूरत है। सिरदर्द होना बहुत सामान्य बात है, लेकिन अगर अचानक सिरदर्द बहुत तेजी से होने लगा हो या सिरदर्द के स्वरूप में कोई बदलाव लगे तो यह ब्रेन ट्यूमर की चेतावनी हो सकता है।
खासकर यदि सुबह के समय उल्टी के साथ बहुत तेज सिरदर्द की समस्या हो तो यह ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है। दौरे पड़ना, चलने में संतुलन नहीं बना पाना, देखने में परेशानी होना, बातों को समझने और बोलने में परेशानी होना, सुस्त रहना जैसे लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए और किसी प्रतिष्ठित कैंसर सेंटर पर जाकर जांच करा लेनी चाहिए।
डॉ. प्रेमसागर ने कहा कि न्यूरो नेविगेशन की नई तकनीक से सर्जरी के दौरान सर्जन को सटीक तरीके से ट्यूमर की लोकेशन का पता चल पाता है। ब्रेन या स्पाइनल सर्जरी में सटीक बिंदु की पहचान करके इलाज देना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इससे कम से कम नुकसान होता है।
इसी तरह अवेक ब्रेन सर्जरी भी एक क्रांतिकारी तकनीक है, जिसमें ऑपरेशन के जरिये ट्यूमर निकालते समय मरीज को बोलने, गाने या हाथों को हिलाते डुलाते रहने के लिए कहा जाता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि मस्तिष्क के संवेदनशील हिस्सों को नुकसान न पहुंचे और शरीर की सामान्य गतिविधियां सुचारु रहें। कई ट्यूमर के मामले में सर्जरी के बाद रेडियोथेरेपी की जरूरत होती है।
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