विदेश मंत्री एस जयशंकर ने BIMSTEC के विदेश मंत्रियों के साथ की बैठक

Last Updated 29 Sep 2024 08:28:13 AM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘पड़ोस प्रथम’ और ‘एक्ट ईस्ट’ नीतियों के अनुरूप सात देशों के समूह ‘बिम्सटेक’ के साथ व्यापक भागीदारी की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।


संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका की यात्रा पर जयशंकर ने उच्च स्तरीय सत्र के इतर न्यूयॉर्क में बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) की विदेश मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक बिम्सटेक नेताओं के शिखर सम्मेलन की तैयारी करने के लिए की गई।

बैठक के बाद जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, व्यापार, निवेश, अर्थव्यवस्था और ऊर्जा में हमारे करीबी सहयोग का जायजा लिया। पूरे क्षेत्र में भौतिक, समुद्री और डिजिटल कनेक्टिविटी में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने कहा, क्षमता निर्माण, कौशल विकास और परस्पर संपर्क में सुधार लाने के अवसर तलाश किए।

विदेश मंत्री ने कहा, बिम्सटेक उत्कृष्टता केंद्र का विकास एक सामूहिक संकल्प है। पड़ोसी प्रथम, विजन सागर और एक्ट ईस्टी नीति की तर्ज पर बिम्सटेक के साथ व्यापक भागीदारी के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। ‘पड़ोस प्रथम’ नीति के तहत भारत अपने सभी पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण और पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंध विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत ने क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (सागर) के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप क्षेत्रीय भागीदारों के साथ समुद्री सहयोग विकसित किया है। 

भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति पहल का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ आर्थिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना है। बिम्सटेक के सदस्य देशों में भारत, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार, थाइलैंड, नेपाल और श्रीलंका है। इसके अलावा, जयशंकर ने डोमिनिका के विदेश मामलों के मंत्री विंस हेंडरसन के साथ भारत-कैरीकॉम देशों के विदेश मंत्रियों की एक बैठक की सह-अध्यक्षता की। 

कैरेबियाई समुदाय ‘कैरीकॉम’ के 15 सदस्य - एंटिगुआ और बारबुडा, बहामास, बारबाडोस, बेलीज, डोमिनिका, ग्रेनाडा, गुयाना, हैती, जमैका, मॉन्स्टरैट, सेंट किट्स और नेविस, सेंट लुसिया, सेंट लुसिया और ग्रेनाडाइन्स, सुरीनाम और त्रिनिदाद और टोबैगो। एंगुइला, बरमुडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स, केमैन आइलैंड्स, कुराकाओ और तुर्क एंड कैकोस आइलैंड्स समुदाय के एसोसिएट सदस्य हैं।  जयशंकर ने ‘एक्स’ ने कहा, भारत-कैरीकॉम विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। डोमिनिका के विदेश मंत्री हेंडरसन के साथ सह-अध्यक्षता की।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के इतर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सिंगापुर, उज्बेकिस्तान और डेनमार्क के अपने समकक्षों से मुलाकात की।  नेताओं के बीच हुई वार्ता के दौरान भारत के इन देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने तथा मैत्रीपूर्ण संबंधों को विस्तार देने पर जोर दिया गया।  जयशंकर 79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका में हैं।  जयशंकर ने शुक्रवार को सिंगापुर के अपने समकक्ष विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात की। 

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, सिंगापुर की विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन के साथ लंबी बातचीत अच्छी रही। उन्होंने उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बख्तियार सैदोव से भी मुलाकात के बाद ‘एक्स’ पर लिखा, न्यूयॉर्क में उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री सैदोव से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की सराहना करता हूं। क्षेत्र के बारे में उनकी समझ को महत्व देता हूं। उन्होंने कहा, तुर्कमेनिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री रसित मेरेडोव के साथ गर्मजोशी भरी मुलाकात हुई। तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं दीं। हमारे मैत्रीपूर्ण संबंधों को और बढ़ाने पर चर्चा हुई। जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री से भी मुलाकात की।

भाषा
न्यूयॉर्क


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