Bangladesh Reservation Protests : बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों पर चलाईं गोलियां और दागे आंसू गैस के गोले

Last Updated 20 Jul 2024 11:25:16 AM IST

Bangladesh Reservation Protests: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर जारी प्रदर्शनों के बीच पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले दागे गए।


बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों पर चलाईं गोलियां और दागे आंसू गैस के गोले

राजधानी ढाका में लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया। ¨हसक प्रदर्शनों के बीच इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गई हैं। राजधानी ढाका और कुछ अन्य शहरों में कुछ सप्ताह पहले शुरू हुए प्रदर्शन सोमवार से काफभ् उग्र हो गए। विरोध प्रदर्शन प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए अहम चुनौती हैं। उन्होंने जनवरी में हुए चुनाव में लगातार चौथी बार जीत हासिल की थी। स्थानीय मीडिया के अनुसार शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी के पहले हुई हिंसा  22 लोगों की मौत हो चुकी है। ‘समय टीवी’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि शुक्रवार को चार और लोग मारे गए। इन आंकड़ों की तुरंत पुष्टि करने के लिए अधिकारियों से संपर्क नहीं किया जा सका। प्रत्यक्षर्शियों व प्रेस रिपोर्टरों ने सीमा रक्षक अधिकारियों को हजारों प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर गोलियां चलाते देखने की बात कही है। ये प्रदर्शनकारी सरकारी ‘बांग्लादेश टेलीविजन’ के मुख्यालय के बाहर एकत्र हुए थे। इस मुख्यालय पर एक दिन पहले प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था और आग लगा दी थी। सीमा रक्षकों ने भीड़ पर गोलियां चलाईं, पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां चलाईं। गोलियां सड़कों पर बिखरी हुई थीं जहां खून के धब्बे भी थे।
‘बांग्लादेश टेलीविजन’ के एक पत्रकार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मुख्य द्वार तोड़ दिया और वाहनों और स्वागत कक्ष क्षेत्र में आग लगा दी। मैं दीवार फांदकर भाग गया लेकिन मेरे कुछ साथी अंदर फंस गए। हमलावर इमारत में घुसे और उन्होंने फर्नीचर में आग लगा दी।  

स्थानीय मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बृहस्पतिवार को 22 लोग मारे गए जबकि इस सप्ताह की शुरूआत में छह लोगों की मौत हो गई थी। शुक्रवार सुबह राजधानी ढाका में इंटरनेट सेवाओं के साथ ही मोबाइल डेटा को बंद कर दिया गया तथा फेसबुक और व्हाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया मंच काम नहीं कर रहे थे।  देश के दूरसंचार नियामक आयोग ने बताया कि डेटा सेंटर पर बृहस्पतिवार को प्रदर्शनकारियों द्वारा हमला किए जाने के बाद से वे सेवाएं देने में असमर्थ हैं। ढाका और अन्य शहरों में विविद्यालय के छात्र 1971 में पाकिस्तान से देश की आजादी के लिए लड़ने वाले युद्ध नायकों के रिश्तेदारों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कुछ नौकरियों को आरक्षित करने की पण्राली के खिलाफ कई दिनों से रैलियां कर रहे हैं।

उनका तर्क है कि यह पण्राली भेदभावपूर्ण है और प्रधानमंत्री शेख हसीना के समर्थकों को लाभ पहुंचा रही है, जिनकी अवामी लीग पार्टी ने मुक्ति आंदोलन का नेतृत्व किया था। छात्र चाहते हैं कि इसे योग्यता आधारित पण्राली में तब्दील किया जाए।     

वहीं हसीना ने आरक्षण  प्रणाली का बचाव करते हुए कहा कि युद्ध में योगदान देने वालों को सम्मान मिलना चाहिए चाहे उनकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो।  मुख्य विपक्षी दल ‘बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी’ (बीएनपी) ने प्रदर्शनकारी छात्रों का समर्थन किया है और उसके कई समर्थक छात्रों के प्रदर्शनों में शामिल भी हुए हैं। पुलिस ने बीएनपी समर्थकों पर आंसू गैस के गोले दागे और वरिष्ठ बीएनपी नेता रुहुल कबीर रिजवी को गिरफ्तार कर लिया।  हसीना सरकार ने बीएनपी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। अधिकारियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में विपक्षी पार्टी के मुख्यालय पर छापा मारा था और पार्टी की छात्र शाखा के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था।

बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन उसका आंतरिक मामला

भारत ने बांग्लादेश में हिंसक विरोध-प्रदर्शन को शुक्रवार को उस देश का ‘आंतरिक’ मामला करार दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि 8,000 छात्रों सहित लगभग 15,000 भारतीय वर्तमान में बांग्लादेश में रह रहे हैं और वे सुरक्षित हैं।

उन्होंने कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। हम इसे उस देश का आंतरिक मामला मानते हैं। 

प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों एवं हमारे छात्रों को उनकी सुरक्षा और आवश्यकता पड़ने पर सहायता के लिए एक परामर्श जारी किया है। हमसे संपर्क करने के लिए हेल्पलाइन नंबर चौबीसों घंटे सक्रिय हैं।’

जायसवाल ने कहा कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर खुद इस मामले पर करीब से नजर रख रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जताई चिंता

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि गुतारेस बांग्लादेश के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं और वहां जारींिहंसा से बेहदंिचंतित हैं। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था को लेकर देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, हम ढाका और बांग्लादेश के अन्य स्थानों पर घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं साथ ही सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बांग्लादेश सरकार से बातचीत के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की अपील की, साथ ही गतिरोध दूर करने के लिए प्रदर्शनकारियों से बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया।

यात्रा से गुरेज करें भारतीय नागरिक

बांग्लादेश में जारी आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर भारत ने अपने नागरिकों से स्थानीय यात्रा से बचने और अपने घरों से बाहर कम से कम निकलने की अपील की है। 

ढाका में भारतीय उच्चायोग की ओर से जारी परामर्श में भारतीयों से आवश्यकता पड़ने पर उच्चायुक्त या सहायक उच्चायुक्त से संपर्क करने को कहा गया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट करके बांग्लदेश में रहने वाले भारतीयों से उच्चायुक्त की ओर से जारी परामर्श का पालन करने की अपील करते हुए कहा, बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे ढाका में भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी परामर्श का पालन करें।

एपी/वार्ता
ढाका/संयुक्त राष्ट्र//नई दिल्ली


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