Ebrahim Raisi Dies: हेलीकॉप्टर हादसे में ईरानी राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री अमीराब्दुल्लाहियन की मौत, PM मोदी ने जताया दुख
ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पहाड़ी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री और अन्य लोग दुर्घटनास्थल पर मृत पाए गए। देश के सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी।
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रईसी 63 वर्ष के थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताया और कहा कि दुख की घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।
पीएम मोदी ने ईरानी नेता के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा," "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और झटका लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों को मेरी हार्दिक संवेदनाएं। दुख की घड़ी में ईरान के साथ खड़े हैं।''
Deeply saddened and shocked by the tragic demise of Dr. Seyed Ebrahim Raisi, President of the Islamic Republic of Iran. His contribution to strengthening India-Iran bilateral relationship will always be remembered. My heartfelt condolences to his family and the people of Iran.…
— Narendra Modi (@narendramodi) May 20, 2024
विदेश मंत्री ने पोस्ट किया: "हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन के निधन की खबर सुनकर गहरा सदमा लगा।" विदेश मंत्री जयशंकर ने साथ ही रईसी के साथ जनवरी में हुई कई बैठकों को याद किया। उन्होंने कहा, "उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं। हम इस त्रासदी के समय ईरान के लोगों के साथ खड़े हैं।"
ईरान की इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी (आईआरएनए) ने एक्स पर पोस्ट किया कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन और उनके साथ कई अधिकारियों की उत्तर-पश्चिमी ईरान में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है।
इसके बाद ईरानी कैबिनेट ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब रईसी और सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के नेतृत्व में ईरान ने पिछले महीने इजराइल पर एक जबरदस्त ड्रोन और मिसाइल हमला किया था। इसके अलावा ईरान का यूरेनियम संवर्धन भी हथियार बनाने के लिए आवश्यक स्तर के करीब पहुंच गया है। इसकी वजह से देश और पश्चिमी देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। तेहरान ने यूक्रेन युद्ध के लिए रूस को बम ले जाने वाले ड्रोन की आपूर्ति भी की और पूरे क्षेत्र में सशस्त्र मिलीशिया समूहों को भी भेजा।
ईरान को खराब अर्थव्यवस्था और महिला अधिकारियों को लेकर उसके शिया धर्मतंत्र के खिलाफ पिछले कुछ वर्षों में व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन का सामना भी करना पड़ा है जिसके मद्देनजर इस हादसे के परिणाम तेहरान और देश के भविष्य के लिए कहीं अधिक गंभीर हो सकते हैं।
रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे।
सरकारी टीवी ने पूर्वी अजरबैजान प्रांत में हुए इस हादसे का कोई कारण अभी नहीं बताया है।
उसने बताया कि इस हादसे में रईसी के साथ जिन लोगों के शव मिले हैं, उनमें ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्दुल्लाहियन (60) भी शामिल हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘आईआरएनए’ की खबर के अनुसार, रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री अमीराब्दुल्लाहियन, ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर एवं अन्य अधिकारी और अंगरक्षक भी यात्रा कर रहे थे।
तुर्किये के प्राधिकारियों ने सोमवार की सुबह ड्रोन से ली एक फुटेज जारी की जिसमें जंगल में आग लगी दिखायी दी। उन्होंने इसके ‘‘हेलीकॉप्टर का मलबा होने का संदेह’’ जताया। उन्होंने एक दुर्गम पहाड़ी पर अजरबैजान-ईरान सीमा से करीब 20 किलोमीटर दक्षिण में यह आग लगी होने की जानकारी दी।
आईआरएनए द्वारा सोमवार को सुबह जारी फुटेज में दुर्घटनास्थल को एक हरित पर्वतीय क्षेत्र में एक दुर्गम घाटी बताया गया। स्थानीय अजेरी में सैनिकों को यह बोलते सुना गया, ‘‘यह वही है, हमने इसे ढूंढ लिया है।’’
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