लाल सागर में हमलों के मामले में जयशंकर ने की ब्लिंकन से चर्चा
अमेरिका ने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमलों को लेकर भारत से साझा चिंताओं पर चर्चा की और क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता की रक्षा में दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग का स्वागत किया।
लाल सागर में हमलों के मामले में जयशंकर ने की ब्लिंकन से चर्चा (File photo) |
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने फोन पर दक्षिणी लाल सागर और अदन की खाड़ी में हूती के हमलों को लेकर अमेरिका तथा भारत की साझा चिंताओं पर चर्चा की।
इन हमलों ने वाणिज्यिक जहाजों के निर्बाध आवागमन, निदरेष नौसैनिकों की जान खतरे में डाल दी है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया ब्लिंकन ने कहा कि लाल सागर प्रमुख वाणिज्यिक गलियारा है, जहां से अंतरराष्ट्रीय व्यापार होता है।
उन्होंने क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता की रक्षा करने में भारत के साथ बढ़ते सहयोग का स्वागत किया। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने इस्रइल-हमास संघषर्, तनाव को रोकने के प्रयासों और गाजा में नागरिकों को मानवीय सहायता की आपूर्ति में वृद्धि पर भी चर्चा की।
ब्लिंकन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध पर भी चर्चा की।
जयशंकर ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि उन्होंने अपने मित्र ब्लिंकन से अच्छी बातचीत की। हमारी बातचीत में समुद्री सुरक्षा चुनौतियों, विशेष रूप से लाल सागर क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
गाजा समेत पश्चिम एशिया में मौजूदा हालात पर उनके दृष्टिकोण को सराहा। जयशंकर ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन संघर्ष से जुड़े घटनाक्रम पर अपने विचार साझा किए।
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