UN की खाद्य एजेंसी ने चेताया, अफगानिस्तान के 1.4 करोड़ लोगों पर भुखमरी का खतरा
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र खाद्य एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि देश में तालिबान के कब्जे के बाद वहां एक मानवीय संकट उत्पन्न हो रहा है जिसमें 1.4 करोड़ लोगों के सामने भुखमरी की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है।
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विश्व खाद्य कार्यक्रम के लिए देश की निदेशक मेरी एलेन मैकग्रार्टी ने बुधवार को काबुल (Kabul) से संयुक्त राष्ट्र के संवाददाताओं को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराते हुए कहा कि अफगानिस्तान के संघर्ष, तीन वर्षो में देश के सबसे बुरे सूखे ने और कोविड-19 वैश्विक महामारी के सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव ने पहले से ही विकट स्थिति को 'तबाही' की ओर धकेल दिया है।
मैकग्रार्टी ने कहा कि 40 प्रतिशत से अधिक फसलें नष्ट हो गई हैं और सूखे से पशुधन तबाह हो गया है, तालिबान के आगे बढ़ने के साथ-साथ सैकड़ों-हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं और सर्दियां भी आने वाली है. उन्होंने कहा, “वास्तव में भोजन वहां पहुंचाने की दौड़ जारी है जहां इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा कि विश्व खाद्य कार्यक्रम ने मई में 40 लाख लोगों को भोजन पहुंचाया और “अगले कुछ महीनों में 90 लाख तक इसकी पहुंच बनाने की योजना है लेकिन इसमें कई चुनौतियां हैं।”
मैकग्रार्टी ने संघर्ष को रोकने का आह्वान किया और दान देने वालों से आग्रह किया कि वे देश में भोजन पहुंचाने के लिए आवश्यक 20 करोड़ डालर प्रदान करें ताकि सर्दियां शुरू होने और सड़कें अवरुद्ध होने से पहले यह समुदायों तक पहुंच सके।
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