अफगान मुद्दे पर चीन और अमेरिका के विदेश मंत्रियों की फोन वार्ता
16 अगस्त को चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन के साथ फोन बातचीत की और अफगानिस्तान की स्थिति और चीन-अमेरिका संबंधों पर विचार विमर्श किया।
अफगान मुद्दे पर चीन और अमेरिका के विदेश मंत्रियों की फोन वार्ता |
फोन वार्ता में ब्लिंकन ने कहा कि हाल में अफगानिस्तान की परिस्थिति ने एक कुंजीभूत काल में प्रवेश किया है। तालिबान को उग्रवाद को छोड़कर सुव्यवस्थित रूप से सत्ता का स्थानांतरण करना चाहिए और एक समावेशी सरकार की स्थापना करनी चाहिए। उन्होंने आशा जताई कि चीन सरकार इसमें अहम भूमिका अदा करेगी। अमेरिका यह मान्यता देता है कि अफगानिस्तान का भविष्य अफगान जनता द्वारा तय किया जाएगा। उन्होंने तालिबान से लोगों के अफगानिस्तान से हटने को सुनिश्चित करने की अपील की।
बातचीत में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि तथ्यों से फिर एक बार जाहिर हुआ है कि बाहरी फार्मूले के एक अलग राष्ट्रीय संस्कृति व परिस्थिति वाले देश में स्थानांतरित करना सफल नहीं है। जनता का समर्थन हासिल न होने वाली सत्ता लम्बे समय तक नहीं चल सकती। बल प्रयोग और सैन्य हथकंडों से समस्या का हल नहीं किया जा सकता है। चीन अमेरिका के साथ संपर्क और संवाद करना चाहता है, ताकि अफगानिस्तान नये गृहयुद्ध या मानवीय संकट की जगह और आतंकवादियों का आश्रय स्थल न बने।
वांग यी ने कहा कि अमेरिका को अफगानिस्तान को स्थिर बनाने और शांतिपूर्ण पुन:निर्माण में रचनात्मक भूमिका अदा करनी चाहिए। अमेरिका को आतंकवाद की समस्या पर दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए, चूंकि यह बहुत खतरनाक है और गलत भी है। चीन और अमेरिका दोनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देश हैं, साथ ही हालिया अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली के अहम भागीदार भी हैं। दोनों देशों को समन्वय और सहयोग करना चाहिए और यह भी अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की व्यापक प्रतीक्षा है। अमेरिका ने एक तरफ चीन पर दबाव डालने और चीन के न्यायपूर्ण हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, दूसरी तरफ चीन से सहयोग करने की इच्छा प्रकट की।
अमेरिका का यह रवैया चीन के लिए अस्वीकार्य है। सही रास्ता यह है कि दोनों देशों को एक दूसरे का सम्मान करने के आधार पर इस पृथ्वी पर शांतिपूर्ण सहअस्तित्व करने का प्रयास करना चाहिए। आशा है कि अमेरिका चीन के केंद्रीय हितों का सम्मान कर चीन के साथ संवाद मजबूत करेगा, मतभेदों को नियंत्रित करेगा और चीन-अमेरिका संबंधों को जल्द ही सही रास्ते में वापस लौटाने की कोशिश करेगा।
ब्लिंकन ने कहा कि अहम अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर अमेरिका और चीन के बीच संपर्क बरकरार रखना अति महत्वपूर्ण है। अमेरिका किसी भी तरीके के आतंकवाद का विरोध करता है। दोनों देशों की रचनात्मक और यथार्थ तरीकों से क्षेत्रीय सुरक्षा मसले पर सहयोग करना प्राथमिकता है।
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