अमेरिका ने पेरिस समझौते में आधिकारिक तौर पर वापसी की
अमेरिका 19 फरवरी को पेरिस समझौते में आधिकारिक तौर पर पुन: भाग ले चुका है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने इस बात की पुष्टि की।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन |
एंटनी ब्लिंकेन ने बयान दिया कि पेरिस समझौता 'एक अभूतपूर्व वैश्विक कार्रवाई ढांचा' है। प्रलयकारी ग्लोबल वामिर्ंग से बचने के लिये यह समझौता बहुत लाभदायक है। साथ ही, इस समझौते से पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन के समाधान को बढ़ाया जाएगा।
एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि अब जलवायु परिवर्तन और विज्ञान कूटनीति अमेरिकी विदेश नीतियों के 'परिशिष्ट उपकरण' नहीं होते हैं। जलवायु परिवर्तन से वास्तविक खतरों का सामना और वैज्ञानिकों की सलाह मालूम करना अमेरिका की घरेलू और विदेश नीतियों का महत्वपूर्ण भाग है।
उसी दिन म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन की ऑनलाइन विशेष बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भाषण दिया कि 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस में वे संबंधित जलवायु मुद्दों पर शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। वे अमेरिका समेत मुख्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जक देशों के लिए और अधिक महत्वाकांक्षी कदम उठाने को बढ़ाएंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के प्रथम दिन जो बाइडेन ने कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया। उन्होंने पेरिस समझौते में अमेरिका की पुन: वापसी की घोषणा की, जबकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वर्ष 2017 जून अमेरिका के पेरिस समझौते से हटने की घोषणा की थी।
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