उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन बुधवार की सुबह अमृत स्नान के दौरान महाकुंभ मेला में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है।
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डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई है। 25 लोगों की पहचान हो चुकी है और बाकी पांच की पहचान की जा रही है।
डीआइजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया कि कुछ घायलों को उनके परिवार वाले लेकर चले गए हैं। जबकि, 36 लोगों का इलाज मेडिकल अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है। इसके माध्यम से घायल व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी महामंडलेश्वरों, संतों, अखाड़ों से कुछ देरी से पवित्र स्नान करने का अनुरोध किया था। इसके बाद अखाड़ों का अमृत स्नान सुरक्षित तरीके से संपन्न करा दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि अखाड़ा क्षेत्र और अन्य स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। घाटों और अखाड़ों पर भी बैरिकेड्स मौजूद हैं। इनमें से कुछ बैरिकेड्स क्रमबद्ध व्यवस्था में हैं। मौनी अमावस्या के स्नान पर रात 1 से 2 बजे तक भक्तों की पहली भीड़ उमड़ी। भीड़ के भारी दबाव के कारण बैरिकेडिंग टूट गई, जिससे भगदड़ मच गई। जो भक्त जमीन पर लेटे हुए या बैठे थे, भीड़ में अन्य लोग गलती से उन पर चढ़ गए, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई। फिलहाल स्थिति सामान्य है।
आपको बता दें कि महाकुंभ में बुधवार सुबह उस समय भगदड़ मच गई, जब श्रद्धालु और संत पवित्र स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ रहे थे। टेंट सिटी में श्रद्धालुओं की अचानक उमड़ी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई। कथित तौर पर उनमें से कुछ ने 'संगम' तक पहुंचने के लिए बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिससे वहां भगदड़ मच गई।
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