UNHRC में पाक पर भारत का सीधा हमला, विश्व समुदाय से की अपील, आतंक के अड्डे के खिलाफ एकजुट हों
भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में मंगलवार को पाकिस्तान पर जोरदार रूप से बरसते हुए उस पर अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप दोहराया और दुनिया से विश्व समुदाय के लिए गंभीर चुनौती बने इस ‘खतरे’ के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह |
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह ने यूएनएचआरसी की 42वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व खासकर भारत, ने किसी देश द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का बड़ा दंश झेला है। अब समय आ गया है कि जीने के अधिकार जैस आधारभूत मानवाधिकार के लिए खतरा बने आतंकी समूहों और उन्हें शह देने वाले देश के खिलाफ विश्व समुदाय सर्वसम्मति से निर्णायक फैसला ले। सुश्री ठाकुर ने कहा, विश्व समुदाय को इसके खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए। चुप रहने से आतंकवाद को केवल बढ़ावा ही मिलेगा और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की उनकी घिनौनी मानसिकता को भी बल मिलेगा। उन्होंने कहा, भारत विश्व समुदाय से आतंकवाद और उसे प्रायोजित करने वालों के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने की अपील करता है। सुश्री ठाकुर ने पाकिस्तान पर भारत के खिलाफ लगातार गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा, विश्व को पता है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के केंद्र से भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी की जा रही है और उस देश में आतंकवाद के आकांओ को वर्षों से पनाह मिलता रहा है।
सुश्री विजय ठाकुर ने पाकिस्तान पर भारत के खिलाफ ‘झूठे और मनगढ़ंत बयानबाजी’ करने का आरोप लगाते हुए कहा, विश्व को पता है कि वैश्विक आतंकवाद के केंद्र की तरफ से इस तरह की मनगढ़ंत बयानबाजी आती रहती है। पाकिस्तान वैकल्पिक कूटनीति के रूप में सीमा-पार आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
भारत का संप्रभु निर्णय : विजय ठाकुर सिंह कहा, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करना भारतीय संसद द्वारा किया गया एक संप्रभु निर्णय है तथा देश अपने आंतरिक मामले में कोई हस्तक्षेप स्वीकार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, मानवाधिकारों के बहाने दुर्भावनापूर्ण राजनीतिक एजेंडे के लिए यूएनएचआरसी का दुरुपयोग करने वालों की निंदा किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, भारत द्वारा हाल में जम्मू-कश्मीर में उठाए गए विधाय कदम देश के संविधान के आधारभूत ढांचे के अनुरूप हैं। यह निर्णय हमारी संसद ने व्यापक चर्चा के बाद किए जिसका टेलीविजन पर प्रसारण हुआ और इसे व्यापक समर्थन मिला। हम दोहराना चाहते हैं कि संसद द्वारा पारित अन्य कानूनों की तरह यह एक संप्रभु निर्णय है, जो पूरी तरह भारत का आंतरिक मामला है। कोई भी देश अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप स्वीकार नहीं कर सकता है। भारत तो बिल्कुल भी नहीं।
सोपोर में आठ आतंकी गिरफ्तार
कश्मीर घाटी के बारामुला जिले के सोपोर से लश्कर-ए-तैयबा के आठ आतंकवादियों को पोस्टर चिपका कर स्थानीय लोगों को डराने-धमकाने के लिए गिरफ्तार किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
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