अजहर को प्रतिबंधित करने के अमेरिकी प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगा चीन
चीन ने गुरुवार को संकेत दिए हैं कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए अमेरिका की ओर से लाए गए एकपक्षीय मसौदा प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगा।
मसूद अजहर (file photo) |
इसके साथ ही उसने वाशिंगटन के इस कदम की आलोचना की।
बीजिंग ने वाशिंगटन पर 'संयुक्त राष्ट्र 1267 समिति' को दरकिनार करने और इसके अधिकार को खत्म करने का आरोप लगाया।
पिछले माह, चीन ने चौथी बार अजहर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव का विरोध किया था। अजहर भारत में 14 फरवरी को हुए पुलवामा आत्मघाती हमले समेत कई हमले में वांछित है।
चीन भारत, अमेरिका, ब्रिटेन व अन्य देशों के इस आग्रह को लगातार ठुकराता रहा है।
बीजिंग ने अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगाई थी, जिसके बाद अमेरिका ने सीधे सुरक्षा परिषद में यह प्रस्ताव लाने और इससे संबंधित एकतरफा मसौदा तैयार किया है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, "अमेरिका ने 126 समिति को दरकिनार किया है और सुरक्षा परिषद में सीधे मसौदा प्रस्ताव दाखिल किया है। यह वार्ता के जरिए मुद्दे के समाधान के अनुरूप नहीं है।"
वह अमेरिका द्वारा 1267 समिति फ्रेमवर्क को दरकिनार कर अजहर पर प्रतिबंध लगाने वाले अमेरिकी मसौदे पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
गेंग ने कहा, "इससे सुरक्षा परिषद के मुख्य आतंक-रोधी समिति के अधिकार को हानि पहुंची है। यह एकजुटता के लिए सही नहीं है और इससे मामला केवल जटिल होगा। हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह सावधानी से काम करे और मसौदा को बलपूर्वक आगे बढ़ाने से बचे।"
उन्होंने कहा, "मैं कहना चाहूंगा कि चीन ने कभी इस तरह के मसौदे से इनकार नहीं किया है..हमने बस तकनीकी रोक लगाई है।"
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