काठमांडू में होगा 18वां दक्षेस शिखर सम्मेलन
नेपाल ने बुनियादी ढांचे की कमी के चलते नवंबर में प्रस्तावित 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन का स्थल पोखरा से बदल कर राजधानी काठमांडो करने का फैसला किया.
![]() काठमांडू में होगा 18वां दक्षेस शिखर सम्मेलन (फाइल फोटो) |
नेपाल के विदेश मंत्री महेन्द्र पाण्डेय ने कहा, \'\'अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा समेत बुनियादी ढांचा की कमी के चलते देश की बेहतरीन जगहों में से एक, पोखरा में दक्षेस शिखर सम्मेलन आयोजित करने में अपनी विफलता पर हम खेद जताते हैं.\'\'
बहरहाल, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार \'बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल\' (बिमस्टेक) की अगली बैठक पोखरा में करने की तैयारी कर रही है. बिमस्टेक की बैठक हर दो साल पर होती है.
पाण्डेय ने कलाकारों के एक दल के साथ बात करते हुए दक्षेस देशों के आम अवाम को जोड़ने के लिए एक (दक्षेस) गान की जरूरत पर जोर दिया.
कलाकारों के एक शिष्टमंडल ने भारतीय राजनयिक अभय कुमार के लिए एक गीत को औपचारिक दक्षेस गान के रूप में चुनने की सिफारिश की है.
पाण्डेय ने कहा कि औपचारिक दक्षेस गान के रूप में सर्वसम्मति से स्वीकार किए जाने से पहले इसे आगत दक्षेस शिखर सम्मेलन के समक्ष औपचारिक रूप से पेश किया जाएगा.
प्रस्तावित गान में दक्षेस के सभी आठ देशों- नेपाल, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, मालदीव, श्रीलंका और भूटान की भाषाओं का इस्तेमाल किया गया है.
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