Sawan 2023: आज से शुरू हो रहा है सावन का महीना, मंदिरों में सुबह से लगा है शिव भक्तों का तांता
हिंदू पंचांग के अनुसार आज से सावन का शुभ माह शुरू हो गया है। सावन भगवान शिव को समर्पित है।
![]() |
शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। यह महीना भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय माह माना गया है।
इस साल सावन का पहला दिन 4 जुलाई , मंगलवार को है जो 31 अगस्त 2023 तक रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शंकर की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और शिव आराधना करने से सभी कष्टों से तुरंत मुक्ति मिलती है।
भगवान शिव को भोलनाथ कहा गया है। इस दौरान भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त जल अभिषेक, दूध अभिषेक और रूद्राभिषेक कर आशीवार्द प्राप्त करते हैं। कहा जाता है कि उन्हें प्रसन्न करने के लिए एक कलश जल ही काफी है।
इस खास मौके पर दिल्ली सहित देश के हिस्सों में शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है।
इस विशेष अवसर पर पहले दिन भक्तों ने यूपी के प्रयागराज के संगम तट पर पूजा की और स्नान किया।
उत्तर प्रदेश: सावन माह के पहले दिन भक्तों ने प्रयागराज के संगम तट पर पूजा की और स्नान किया। pic.twitter.com/NP3yHclHYI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2023
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज श्रावण मास के पहले दिन आस्था का जन सैलाब उमड़ा हुआ है। जहां प्रतिदिन सुबह तीन बजे होने वाली भस्मारती श्रावण मास होने के कारण विशेष रही। भस्मारती में हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर बाबा के दर पर मत्था टेका।
#WATCH मध्य प्रदेश: सावन माह के पहले दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मन्दिर में भस्म आरती की गई। pic.twitter.com/Xye0hP0LQa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2023
बता दें कि सावन में शिव-गौरी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही दांपत्य जीवन भी सुखमय और खुशहाल रहता है। आज सावन के पहले दिन के साथ-साथ मंगला गौरी का व्रत भी रखा जाएगा। अच्छे वर की प्राप्ति के लिये इस महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना जरूर करनी चाहिए।
#WATCH दिल्ली: सावन माह के पहले दिन श्रद्धालुओं ने गौरी शंकर मंदिर में पूजा की। pic.twitter.com/TCBrb6CBjT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2023
आज से चारों तरफ भोले बाबा के नाम की गूंज सुनाई देती है। शिव भक्त इस दौरान पूरी तरह से शिव की साधना में लीन होते हैं। कहते हैं माता पार्वती ने भी शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए सावन महीने में ही कठोर तप किया था। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।
| Tweet![]() |