औरत की चाह
एक औरत को आखिर क्या चाहिए होता है? ये छोटी सी कहानी। राजा हषर्वर्धन युद्ध में हार गए। हथकड़ियों में जीते हुए पड़ोसी राजा के सम्मुख पेश किए गए।
![]() आचार्य रजनीश ओशो |
पड़ोसी देश का राजा अपनी जीत से प्रसन्न था और उसने हषर्वर्धन के सम्मुख एक प्रस्ताव रखा। यदि तुम एक प्रश्न का जवाब हमें लाकर दे दोगे तो हम तुम्हारा राज्य लौटा देंगे, अन्यथा उम्र कैद के लिए तैयार रहें। प्रश्न है, एक स्त्री को सचमुच क्या चाहिए होता है? इसके लिए तुम्हारे पास एक महीने का समय है हषर्वर्धन ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। वे जगह-जगह जाकर विदुषियों, विद्वानों और तमाम घरेलू स्त्रियों से लेकर नृत्यांगनाओं, वेश्याओं, दासियों और रानियों, साध्वी सब से मिले और जानना चाहा कि एक स्त्री को सचमुच क्या चाहिए होता है? किसी ने सोना, किसी ने चांदी, किसी ने हीरे जवाहरात, किसी ने प्रेम-प्यार, किसी ने बेटा-पति-पिता और परिवार तो किसी ने राजपाट और संन्यास की बातें कीं, मगर हषर्वर्धन को संतोष न हुआ। किसी ने सुझाया कि दूर देश में एक जादूगरनी रहती है, उसके पास हर चीज का जवाब होता है। हषर्वर्धन अपने मित्र सिद्धराज के साथ जादूगरनी के पास गए। जादूगरनी ने कहा, मैं आपको सही उत्तर बताऊंगी परंतु इसके एवज में आपके मित्र को मुझसे शादी करनी होगी। जादूगरनी बुढ़िया तो थी ही, बेहद बदसूरत थी। हषर्वर्धन ने इस पेशकश को मना कर दिया, मगर सिद्धराज मित्र के जीवन की खातिर जादूगरनी से विवाह को तैयार हो गया तब जादूगरनी ने उत्तर बताया.‘स्त्रियां, स्वयं निर्णय लेने में/आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं।
यह उत्तर हषर्वर्धन को कुछ जमा, पड़ोसी राज्य के राजा ने भी इसे स्वीकार कर लिया और उसने हषर्वर्धन को उसका राज्य लौटा दिया। इधर जादूगरनी से सिद्धराज का विवाह हो गया, जादूगरनी ने मधुरात्रि को अपने पति से कहा। चूंकि तुम्हारा हृदय पवित्र है और अपने मित्र के लिए तुमने कुर्बानी दी है अत: मैं चौबीस घंटों में बारह घंटे तो रूपसी के रूप में रहूंगी और बाकी के बारह घंटे अपने सही रूप में, बताओ तुम्हें क्या पसंद है? सिद्धराज ने कहा. प्रिये, यह निर्णय तुम्हें ही करना है, मैंने तुम्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया है, और तुम्हारा हर रूप मुझे पसंद है। जादूगरनी यह सुनते ही रूपसी बन गई। उसने कहा, दरअसल, मेरा असली रूप ही यही है। बदसूरत बुढ़िया का रूप तो मैंने अपने आसपास से दुनिया के कुटिल लोगों को दूर करने के लिए धरा हुआ था।
Tweet![]() |