सोमवार, 5 जुलाई, 2021 का राशिफल
जानिए आज सोमवार, 5 जुलाई, 2021 का राशिफल
सोमवार, 5 जुलाई, 2021 का राशिफल |
मेष: बिगड़े हुए संबंधों में सुधार के लिए अच्छी भावना और निष्ठा पूर्वक संलग्नता की आवश्यकता है। अपने अंदर कुछ नये उत्साह व कार्य क्षमता की अनुभूति करेंगे। नये कायरे के क्रियान्वयन के लिए प्रयत्न तीव्र।
बृषभ: महत्वपूर्ण कार्यो में लापरवाही न करें अन्यथा बाद में पश्चाताप करना पड़ सकता है। सामाजिकता व पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में व्यस्तता रहेगी। पुरानी बातों को सोचने से कोई फायदा नहीं है।
मिथुन: तामसिक एवं खराब प्रवृति के लोगों से दूरी बनाएं। कुछ असामान्य स्थितियां नकारात्मक चिन्ताओं को उत्पन्न करेंगी। कार्य क्षेत्र में आपकी महत्ता बढ़ने के आसार हैं।
कर्क: परिवार में श्रेष्ठ जनों का सम्मान करें। सूझ-बूझ के साथ आप व्यय करें। भौतिकता आपको अपनी ओर आकषिर्त करेगी। बेकार के कायरे में व्यस्तता से मन खिन्न होगा।
सिंह: किसी महत्वपूर्ण कार्य के परिणाम के प्रति मन चिन्तित हो सकता है। उच्चस्तरीय संबंधों से निकटता का लाभ मिलेगा। प्रयासरत क्षेत्रों में अवरोधों से मन खिन्न होगा।
कन्या: मन अध्यात्म की ओर झुकेगा। संबंदों में मर्यादा का ध्यान रखें। मन में नकारात्मक चिन्ताएं परेशान करेंगी। कुछ कार्य क्षेत्र में व्यस्तता से मन में सकारात्मक उर्जा का संचार होगा।
तुला: नई दिशा में आपकी योजना आपको उर्जावान बनाएगी पर लेन-देन में सावधानी बरतें। संबंदों में कटु वचनों का प्रयोग न करें। किसी संबंध में प्रगाढ़ता निजी संबंधों में कटुता पैदा कर सकती है।
वृश्चिक: अच्छा होगा कि परिजनों के अनुकूल चलने की चेष्ठा करें। व्यवसाय में समुचित व्यवस्था के लिए मन प्रयत्नशील होगा। महत्वपूर्ण कायरे में लापरवाही न करें।
धनु: कोई महत्वपूर्ण कार्य में आप केन्द्रित हो सकते हैं। रोजगार में परिश्रमानुकूल लाभ मिलेगा। दूसरों की आलोचना छोड़ स्वयं का आकलन करें। कोई मुद्दा विवाद का कारण बन सकता है।
मकर: लक्ष्यहीनता जीवन को अरुचिकर कर रही है अत: इसे बदलें। किसी प्रणय संबंध को लेकर मन दुविधा में रहेगा। जीवन साथी से मधुर वाणी का उपयोग करें।
कुंभ: चापलूस तथा धूर्त या खराब प्रवृति के लोगों से दूर रहें। मन को खराब विचारों से दूर रखें। आवेश में कोई कार्य न करें। यात्रा में सावधानी बरतें। नवीन संबंधों में आकषर्ण बढ़ेगा।
मीन: संबंधों में कोई मुद्दा कटुता ला सकता है तथा वाणी में संयम रखते हुए हर बात को मधुरता पूर्वक प्रस्तुत करें। कुछ चिन्ताएं मानसिक अवसाद का कारण बन सकती है।
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