मकर राशि में 6 ग्रहों का अद्भुत संगम, प्रभाव होंगे दूरगामी
9 फरवरी को 6 ग्रहों का एक साथ मिलन मकर राशि में शुरू हो गया है, जो विश्व में अप्रत्याशित तथा दूरगामी प्रभाव लाएगा।
मकर राशि में 6 ग्रहों का अद्भुत संगम, प्रभाव होंगे दूरगामी |
इस दिन मकर राशि में पहले से ही सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र एवं शनि ग्रह विराजमान हैं और चंद्रमा के जुड़ जाने से 6 ग्रहों का अद्भुत संगम हो जाएगा। यदि इसमें हम प्लूटो को ले लें, तो मकर राशि में सप्तग्रही योग बन जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के कई ग्रंथों के अनुसार जब भी एक राशि में 5 से अधिक ग्रह एकत्रित होते हैं, विश्व में कई तरह के परिवर्तन होते हैं।
अगर 59 साल पहले 4 फरवरी, 1962 को बने अष्टग्रही योग को ही ले लें, तो पाएंगे कि जब भारत ही नहीं विश्व के कई देशों में उथल-पुथल रही। भारत में ग्रह शांति के लिए जगह-जगह हवन भी किए गए थे। ऐसे ग्रहों की युति के कारण युद्ध की आशंका ज्योतिषियों द्वारा व्यक्त की गई थी। यह भविष्यवाणी 20 अक्तूबर, 1962 को सच हो गई, जब चीन ने भारत पर हमला कर दिया था। इससे देश का नुकसान हुआ था। यह सब मकर राशि में 8 ग्रह होने के फलस्वरूप हुआ। जैसा कि हमने पहले कहा कि ऐसे ग्रहों की युतियों के दूरगामी परिणाम होते हैं, जो सदियों तक चलते हैं तो 1962 से लेकर आज तक चीन भारत का स्थाई दुश्मन बन गया और हमेशा ही रहेगा।
भारत के अलावा रूस और क्यूबा के मध्य झगड़े हुए, विश्व की राजनीति का ध्रुवीकरण हुआ। अमेरिका के राष्ट्रपति कैनेडी की सनसनीखेज हालत में हत्या हुई। सितम्बर 1979 में जब सिंह राशि में 5 ग्रह आए, तो पंजाब में खूनी झड़पों के बाद उग्रवाद फैलने लगा। इसी कालखंड में इस्लामिक देशों में भी उथल-पुथल मचनी शुरू हुई। इसी प्रकार 26 दिसम्बर, 2019 को सूर्य ग्रहण के साथ धनु राशि में 5 ग्रह आए, तो कोरोना महामारी का जन्म हो गया। आने वाली सदी में अब यह याद रखा जाएगा कि इसके कारण संसार में कितनी जानें गई, आर्थिक मंदी आई, पूरे विश्व की जीवन-शैली भी बदल गई। यही नहीं, एक नए किस्म के जनाक्रोश ने भी जन्म ले लिया। जनांदोलन का स्टाइल बदल गया।
कैसा होगा 6 ग्रही योग का प्रभाव
2021 योग के कारण भारत और विश्व क्या-क्या देखने वाला है, यह ज्योतिषीय गणना का खास विषय है। इसका प्रभाव विव्यापी होगा। कई देशो में जनाक्रोश, जनांदोलन बढ़ेंगे। जब तक शनि-गुरु की युति रहेगी और शनि मकर राशि में अप्रैल, 2022 तक रहेगा, जनता हर देश में अपनी-अपनी सरकारों से टकराती रहेगी। भारत में भी स्थिति और विकट हो सकती है। राजनीतिक उठापटक, स्कैंडल आदि एक के बाद एक आने की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। 6 ग्रहों का अपना-अपना स्वभाव है, उसी के अनुसार वे अपना-अपना प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों में दिखाते रहेंगे।
खनिज तथा जमीन से उगने वाली वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे, हालांकि कृषि उत्पादन अच्छा रहेगा और किसानों को लाभ भी होगा। सरकार ऐतिहासिक और कठोर फैसले लेगी, जिसके कारण श्रमिक वर्ग और नाराज हो सकता है। कई देशों में सर्वोच्च न्यायालयों को सरकार के कार्यकलापों में हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। अप्रैल 6, 2021 के बाद जब गुरु और शनि अलग होंगे और गुरु कुम्भ राशि में प्रवेश करेगा, तब कहीं जाकर वर्तमान आंदोलन में तेजी से सुधार होगा। शेयर मार्केट के तेजी से धड़ाम होने की संभावना है।
भारत में सब कुछ खराब ही रहेगा, ऐसा नहीं है। नया संवत 2078, अप्रैल से आरंभ होने जा रहा है, जिसमें राजा और मंत्री दोनों ही मंगल हैं। कम्युनिकेशन के क्षेत्र में क्रांति आएगी। सॉफ्टवेयर, सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र, रोड ट्रांसपोर्ट, विज्ञान के क्षेत्र में अप्रत्याशित तथा अभूतपूर्व सुखद परिवर्तन एवं प्रगति होगी।
आर्थिक प्रगति होगी। कोरोना वैक्सीन के कारण भी भारत की साख विश्व में बढ़ेगी। अधिकांश देशों में भारत के योग का प्रसार होगा। भारतीय मूल के नागरिक अन्य देशों में सरकारी पदों पर विराजमान होंगे। अमेरिका में शुरुआत हो चुकी है। यही नहीं, भारत कई मायनों में विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर होगा और अधिकांश देश भारत को अपना मार्गदर्शक मानेंगे।
राशियों पर प्रभाव
मीन - मीन राशि वाले गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। स्वास्थ्य पर भी ध्यान देते रहें। लेकिन घबराए नहीं, लाभ का समय आया है। राजयोग व पद-प्रतिष्ठा बढ़ सकती है। राजनीतिक लाभ भी हो सकता है।
मेष - दशम भाव में योग बनने से कैरियर में उन्नति होगी। व्यापारिक लाभ। पत्नी के नाम प्रापर्टी खरीदने के योग।
मकर- इसी राशि पर बन रहा है 6 ग्रही योग। उच्च मनोबल के साथ अपने कार्य क्षेत्र में सफलता। चुनाव लड़ लो, जीतने की संभावनाएं। अचानक आए क्रोध को शांत रखें।
सिंह - सिंह राशि वालों शत्रु हावी होने का प्रयास करेंगे, लेकिन डरना नहीं। नौकरी और कार्य क्षेत्र में लाभ।
धनु - स्वास्थ्य पर ध्यान दें। धन का आगमन होगा। पिता को कष्ट, लेकिन नौकरी के रास्ते खुल सकते हैं।
मिथुन - अष्टम भाव बन रहा योग। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। रिसर्च के विद्यार्थियों के लिए अच्छा समय। भाई को कष्ट।
कन्या - शिक्षा के क्षेत्र में उत्तम सफलता का योग। संतान योग। लाटरी सट्टा से सावधान रहें।
बृश्चिक - पराक्रम बढ़ेगा। छोटे भाई से विवाद। धन का लाभ भी मिल सकता है।
कुम्भ - ब्यय बढ़ेगा। जमीन-जायजाद में निवेश होगा। भाइयों को लाभ। नया कार्य अप्रैल के बाद शुरू करें।
तुला - इस राशि वालों के लिए कोई पुरानी चली आ रही प्रॉपर्टी विवाद हल होने के योग। राजनीतिक सफलता का योग। मां को कष्ट हो सकता है।
कर्क - इस राशि वालों के लिए पत्नी से विवाद हो सकता है। व्यापार की पार्टनरशिप सोच-समझ कर करें। संतान को लाभ।
बृष - भाग्य भाव में बन रहा योग जातक का अचानक भाग्योदय कराता है। ससुराल पक्ष को लाभ, संतान सुख।
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