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- PICS:गांधी टोपी का अब तक का सफर..

दिल्ली विधानसभा में बुराडी निर्वाचन क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने कहा, ‘‘मैं खुद भी महात्मा गांधी का अनुयायी हूं. जब हम इस गांधी टोपी को पहनते हैं, तो हम नैतिक अनुशासन और जिम्मेदारी का अहसास और अधिक करते हैं. कोई भी व्यक्ति इस टोपी को पहनकर जानबूझकर कोई गलती नहीं करता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह टोपी अब त्याग एवं बलिदान का प्रतीक बन गयी है.’’ महात्मा गांधी ने देश को अंग्रेजों के शासन से मुक्ति दिलाने के लिये शुरू किये गये अपने आंदोलन के दौरान इस टोपी को पहनना शुरू किया था. सफेद खादी की बनी ऐसी टोपी अपने नेता को पहने देखकर अन्य राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी टोपी पहननी शुरू कर दी और देखते देखते ही यह स्वराजियों की पहचान बन गयी. यह टोपी गांधीजी के अनुयायियों और भारतीय राष्ट्रीय कांगेस के सदस्यों में आम हो गई.