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- हनुमान जयंती पर संकटमोचक से लें आशीर्वाद
राहु गांव पहुंचता है और उसे महसूस होता है कि उसी ‘कोल्हू’ के पास आया है जहां एक बार आकर अस्वस्थ केसरी का इलाज किया था. नरोत्तम सेठ गांव वालों से कहता है कि वह राहु ही है जिसने उसे केसरी के खिलाफ भड़काया. गुस्साये गांव वालों ने राहु को कोल्हू से खींचा और मारा. राहु की हालत बदतर हो गई और चलने में असमर्थ हो गया.
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