हनुमान जयंती पर संकटमोचक से लें आशीर्वाद

हनुमान जयंती पर संकटमोचक से लें आशीर्वाद

इसके बाद नरोत्तम ने हनुमान से माफी मांगी. ठीक इसके बाद जामवंत एक सैनिक को उसके सामने लाये जिसने सभी को बताया कि राहु के कारण उनके राजा ने अंजना को मृत्यु दंड देने का फैसला किया था. उसने राहु को गिरफ्तार किया और वहां से ले गया. केसरी और अंजना अंजन प्रदेश जाते हैं. दोनों हनुमान को लेकर चिंतित हैं. राहु को मृत्युदंड के लिए ले जाया जाता है.

 
 
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