केंद्रीय विद्यालयों में बैक टू बेसिक योजना शुरू, जो नहीं सीखा अब सीखेंगे स्टूडेंट्स
देशभर के केन्द्रीय विद्यालयों में नए साल में नई अनूठी योजना शुरू की जा रही है.
(फाइल फोटो) |
बैक टू बेसिक नामक इस योजना से विद्यार्थियों को वह सब फिर से सिखाया जाएगा, जो पिछली क्लास में वह नहीं सीख पाए. स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए यह योजना शुरू का जा रही है.
पहली क्लास का विद्यार्थी यदि दूसरी क्लास में आ गया और पहली क्लास का बेसिक नहीं सीख पाया तो उसे दूसरी क्लास में वह सब सिखाया जाएगा. इस संबंध में 10 मैनुअल तैयार किये गये हैं, जिसके जरिये स्कूलों में विद्यार्थियों को उन विषयों में मजबूत किया जाएगा, जिसमें वह कमजोर हैं.
इस संबंध में केवीएस के अपर आयुक्त उदय नारायण खवाड़े ने सभी रीजन के उपायुक्तों को निर्देश जारी किये हैं।बैक टू बेसिक योजना के तहत अभी सभी सहायक आयुक्त, प्रिंसिपल और हैडमास्टर को प्रशिक्षित किया गया है.
अब शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसके बाद शिक्षक स्कूलों में बनाये गये मैनुअल के आधार पर विद्यार्थियों को बैक को बेसिक के तहत पढ़ाएंगे. इससे विद्यार्थियों का रिजल्ट बेहतर होगा. साथ ही अधूरे ज्ञान के साथ अगली क्लास में विद्यार्थी नहीं जा सकेंगे.
केन्द्रिय विद्यालय संगठन चाहता है कि हर विद्यार्थी अपनी क्लास के हर विषय का संपूर्ण ज्ञान हासिल करें. दरअसल यह योजना एनसीआईरटी के लर्निग इंडिकेटर्स को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जिसमें हर क्लास के बारे में बताया गया है कि किस क्लास में विद्यार्थी के क्या समझ में आ जाना चाहिए.
बता दें कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में उन विद्यार्थियों के लिए रीडिंग मेला लगाया गया, जो अपनी किताब तक नहीं पढ़ पाते थे या फिर जिन्हें गणित के आसान जोड़ भाग वाले सवाल करने नहीं आते थे.
केन्द्रीय विद्यालय चाहता है कि हर क्लास में विद्यार्थी पूरी तरह से सब कुछ सीख जाए, जिससे अगली क्लास में जाकर उसकी दिक्कत न हो. लिहाजा जब विद्यार्थी अगली क्लासों में जाएगा तो उसके शिक्षक उस विद्यार्थी का उससे पहले वाली क्लास की कमजोरी के बारे में जानेंगे और उसे दूर करेंगे.
Tweet |