फेडएक्स और चेन्नई सुपर किंग्स ने भारत में लॉन्च कीं को-ब्रांडेड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स
दुनिया की सबसे बड़ी एक्सप्रेस ट्रासंपोर्टेशन कंपनी, फेडएक्स ने मुंबई में कुछ और इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को चलाने की घोषणा की है ताकि भारत में डिलीवरी का काम पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना हो सके।
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मुंबई में अभी 13 नई टाटा ऐस ईवी को शामिल किया गया है, जिससे दिल्ली और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में अब कुल 59 इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ हो गई हैं। यह फेडएक्स के 2040 तक पूरी दुनिया में कार्बन-न्यूट्रल होकर काम करने के लक्ष्य का हिस्सा है। यह दुनिया भर में सामान पहुंचाने के तरीके को और भी बेहतर बनाने की ओर एक बड़ा कदम है।
सुवेन्दु चौधरी, वाइस प्रेसिडेंट -ऑपरेशंस और प्लानिंग एवं इंजीनियरिंग भारत, फेडएक्स ने कहा, ‘‘फेडएक्स दुनिया की पहली डिलीवरी कंपनी थी जिसने 2003 में हाइब्रिड-इलेक्ट्रिक गाडि़यों को पेश किया था। हालांकि बैटरी से चलने वाली हमारी गाड़ियों का सफर 1994 में ही शुरू हो गया था। इस विरासत को आगे बढ़ाते हुए, हम भारत में प्रदूषण कम करने और और ऐसे तरीके अपनाने में मदद कर रहे हैं जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो। हम धीरे-धीरे और सोच-समझकर अपनी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक बना रहे हैं ताकि हम अपने ग्राहकों को लगातार सामान पहुंचाते रहें और कार्बन फुटप्रिंट को भी कम कर सकें।’’
पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ अपने ब्रांड नाम को और अच्छा बनाने के लिए, फेडएक्स ने मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु में फेडएक्स-सीएसके को-ब्रांडेड इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ पेश की हैं। इससे पता चलता है कि फेडएक्स जिम्मेदारी से सामान पहुंचाना चाहता है। चेन्नई सुपर किंग्स के ऑफिशियल स्पॉन्सर होने के नाते, यह कदम दो ऐसे शक्तिशाली नामों को जोड़ता है जो अपनी स्पीड, सटीकता और उत्कृष्टता के लिए जाने जाते हैं। यह को-ब्रांडेड गाड़ियाँ भारत में फेडएक्स की उपस्थिति को और बढ़ाएंगी और बाजार में इसके मौजूदा निवेश को मजबूती देंगी।
इलेक्ट्रिक वाहन सामान को उनके गंतव्यों तक पहुँचाने का एक अच्छा, साफ-सुथरा और आसान तरीका बनकर लॉजिस्टिक्स में बड़ा बदलाव ला रहे हैं। ये गाडि़यां कार्बन उत्सर्जन और वायु प्रदूषण को कम करती हैं। आजकल लोग भी चाहते हैं कि कंपनियाँ पर्यावरण का ध्यान रखें, इसलिए यह तरीका लोगों को ज़्यादा पसंद आ रहा है। फेडएक्स[1] के एक सर्वे में पता चला है कि 90% भारतीय चाहते हैं कि कंपनियाँ ऐसे काम करें जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो। इसलिए, इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ अपनाना कंपनियों के लिए फायदे की बात है। फेडएक्स अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की संख्या बढ़ाकर समझदारी और जिम्मेदारी से सामान पहुँचाने का काम कर रहा है, जिससे पर्यावरण की रक्षा होगी और भारत में सामान पहुँचाने के तरीके में भी सुधार होगा।
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