ब्रिटेन की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी में शेयर लेगा भारती समूह

Last Updated 13 Aug 2024 11:12:35 AM IST

दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील भारती मित्तल का समूह ब्रिटेन की सबसे बड़ी ब्राडबैंड तथा मोबाइल कंपनी बीटी समूह में करीब चार अरब डालर में 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगा।


सुनील भारती मित्तल, चेयरमैन, भारती ग्रुप

कंपनी के बयान के अनुसार, भारती एंटरप्राइजेज की अंतरराष्ट्रीय निवेश इकाई भारती ग्लोबल, पैट्रिक ड्राही की अल्टाइस से बीटी समूह में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी तुरंत खरीदेगी और शेष हिस्सेदारी आवश्यक नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद हासिल करेगी।

कंपनी ने सौदे के आकार का खुलासा नहीं किया लेकिन बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बीटी के 15 अरब अमेरिकी डालर के मूल्यांकन पर यह सौदा लगभग चार अरब डालर के आसपास बैठ सकता है।

भारती, भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है जिसके करीब 40 करोड़ ग्राहक हैं। इसका बीटी के साथ पहले भी नाता रहा है। बीटी के पास 1997 से 2001 तक भारती एयरटेल में 21 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी।

कंपनी न तो बीटी के संपूर्ण अधिग्रहण के लिए कोई प्रस्ताव देने को इच्छुक है, न ही वह उसके निदेशक मंडल में कोई स्थान चाहती है। अरबपति ड्राही द्वारा नियंत्रित निवेश समूह अल्टाइस, बीटी से बाहर निकल रहा है क्योंकि यह अधिक कर्ज के संकट जूझ रहा है।

इसने सबसे पहले 2021 में बीटी में हिस्सेदारी ली थी। इसके बाद 12 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की जिससे उसकी हिस्सेदारी बढकर 24.5 प्रतिशत हो गई। अल्टाइस के पहली बार निवेशक बनने के बाद से बीटी के शेयरों में करीब एक-तिहाई की गिरावट आई है।

भारती ग्रुप ने एक बयान में कहा, ‘भारती ग्लोबल, दूरसंचार डिजिटल अवसंरचना तथा अंतरिक्ष संचार में विस्तरीय कंपनियों वाले अग्रणी भारतीय कारोबार समूह भारती एंटरप्राइजेज की अंतरराष्ट्रीय निवेश इकाई है। उसने अल्टाइस यूके से बीटी समूह की 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक समझौता किया है।’

बीटी ने 1997 में भारती एयरटेल में 21 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी और अब इस प्रतिष्ठित ब्रिटिश कंपनी में 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने का भारती का कदम भारतीय दूरसंचार समूह के लिए एक निर्णायक क्षण है।

भारती के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा, ‘भारती और ब्रिटिश टेलीकॉम (बीटी) के बीच दो दशक से भी अधिक पुराना संबंध है। बीटी के 1997-2001 तक भारती एयरटेल लिमिटेड के निदेशक मंडल में दो सदस्य थे और उसके पास 21 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।

भारती समूह के इतिहास में आज यह एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि हम बीटी में निवेश कर रहे हैं, जो प्रतिष्ठित ब्रिटिश कंपनी है।’ बीटी की मुख्य कार्यकारी एलिसन किर्कबी ने कहा, ‘हम ऐसे निवेशकों का स्वागत करते हैं जो हमारे व्यवसाय के दीर्घकालिक मूल्य को पहचानते हैं।

भाषा
नई दिल्ली


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