सरकार बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) को कम करने पर विचार कर सकती है।
रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान द्वारा कीमतों में कटौती के बाद उसका मुकाबला करने के लिए केंद्र बासमती चावल पर एमईपी को मौजूदा 1,200 डॉलर प्रति टन से लगभग 300 डॉलर प्रति टन कम कर सकता है। ऐसी खबरें हैं कि पाकिस्तान ने इसके लिए 1,050 डॉलर प्रति टन की कीमत तय की है।
समझा जाता है कि केंद्रीय वाणिज्य और खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने बासमती निर्यातकों के साथ एक वर्चुअल बैठक की, जहां स्पष्ट रूप से यह निर्णय लिया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय बासमती चावल की वैश्विक प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। सरकार इस सप्ताह इसकी घोषणा कर सकती है।
चावल की कुछ किस्में निर्यात के लिए ही उगाई जाती हैं और उनका घरेलू बाजार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
पिछले महीने सरकार ने नियमित बासमती चावल की आड़ में गैर-बासमती चावल की धोखाधड़ी वाली खेप को रोकने के लिए बासमती चावल का न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,200 डॉलर प्रति टन तय करते हुये इससे कम कीमत के बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।