देश का कर राजस्व दो सालों में 30 लाख करोड़ तक पहुंचेगा : गडकरी
देश का कर राजस्व अगले दो सालों में 30 लाख करोड़ के आंकड़े को छू सकता है और यह साल 2014 में जब भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई थी तो उस वक्त के राजस्व से दोगुनी होगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को यह बातें कही.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (फाइल फोटो) |
\'इंडिया इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट एंड लाजिस्टिक्स सम्मेलन\' के उद्घाटन सत्र में गडकरी ने कहा कि कर संग्रहण में यह बढ़ोतरी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने तथा नोटबंदी के कारण होगी.
मंत्री ने कहा, "जब हमारी सरकार बनी तो कुल कर राजस्व 13 लाख करोड़ रुपये था. पिछले तीन सालों में यह बढ़कर 20 लाख करोड़ रुपये हो गया. और नोटबंदी और जीएसटी के बाद यह बढ़कर 28 लाख करोड़ से ज्यादा हो जाएगी. यहां तक कि यह 30 लाख करोड़ के आंकड़े को भी छू सकती है."
यह आंकड़े थोड़े आशावादी प्रतीत होते हैं, क्योंकि वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि जीएसटी के पहले वर्ष में कुल राजस्व संग्रह में वृद्धि कम हो सकती है.
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने हाल ही में आईएएनएस को बताया था कि 2017-18 केंद्रीय बजट में कर राजस्व में 12 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है जो 19.12 लाख करोड़ रुपये है. जबकि वास्तविक वृद्धि दर 8 से 9 फीसदी होने का अनुमान है.
इसका मतलब यह है कि 30 लाख करोड़ रुपये कर संग्रहण की उम्मीद अभी अगले कुछ सालों में पूरी होगी, जिसके बारे में मंत्री ने उम्मीद जाहिर की है.
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