आतंकी हमलों से भारत रक्षा का संकल्प
Last Updated 25 Apr 2009 06:08:38 PM IST
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मदुरै। केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज जोर दिया कि सीमा पार के आतंकवादी यदि भारत के साथ खेलने की हिमाकत करेंगे तो उन्हें तगड़ा सबक दिया जायेगा।
चिदंबरम ने कहा कि वह अपने खून का अंतिम कतरा रहने तक देश को कोई नुकसान नहीं होने देंगे। उन्होंने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुंबई आतंकवादी हमले के बाद से देश की सुरक्षा कड़ी की गयी है इसे सुरक्षित और कई गुना मजबूत बनाया गया है।
उन्होंने कहा यदि सीमा पार के वे आतंकवादी हमला करने के प्रयास करते हैं तो उन्हें करारा झटका दिया जायेगा कि वे भारत के साथ खेलने की हिमाकत नहीं करेंगे। देश के समक्ष आतंकवाद का खतरा मैजूद होने के गाढ़े वक्त में गृह मंत्रालय किसी तमिल को सौंपे जाने को सम्मान की बात करार देते हुए उन्होंने कहा कि मेरे खून की आखिरी बूंद रहने तक देश को कोई नुकसान नहीं होने देंगे।
चिदंबरम ने मुंबई में 26 नवंबर को आतंकवादी हमले के बाद शिवराज पाटिल के इस्तीफा देने पर गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।
उधर शिवगंगा (तमिलनाडु) में केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि संप्रग ने साहूकारों के चंगुल से महिलाओं को मुक्त कराने के लिए ऋण मुहैया कराये न कि उन्हें कर्जदार बनाने के लिए जैसा कि विपक्षी अन्नाद्रमुक आरोप लगा रही है।
पूर्व में वित्त मंत्रालय का कामकाज संभालने वाले चिदंबरम ने अपने निर्वाचन क्षेत्र शिवगंगा में एक चुनाव सभा को संबोधित करते हुए कहा यदि आप सोचते हैं कि मैंने आपको कर्जदार बनाया है आप अभी मुझे बताइये। मैं इस नगर से दूर चला जाऊंगा। इस सीट से चिदंबरम छह बार जीत चुके हैं।
उन्होंने कहा जो महिलाएं 50 प्रतिशत ब्याज पर ऋण ले रही थीं वे अब दस प्रतिशत पर कर्ज प्राप्त कर रही हैं क्या यह गलत है। मैं बैंकों को आपको ऋण देने के लिए प्रोत्साहित कर रहा हूं। वे (अन्नाद्रमुक) निजी साहूकारों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। कौन बेहतर है। आप निर्णय कीजिए। उन्होंने कहा कि ऋण ने स्वयं सेवा समूहों के सदस्यों को खुद को आर्थिक तौर पर विकसित करने में मदद की है। सरकार ने 30 लाख स्वयं सेवा समूहों को करीब 20 000 करोड़ रूपये का कर्ज दिया है।
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