देश में बदला माहौल
बीते सात वर्षो में उत्तर प्रदेश में जो रेड टेप कल्चर था, उसे खत्म करके रेड काप्रेट कल्चर बना दिया गया है।
देश में बदला माहौल |
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह कहा। मोदी ने कहा कि बदलाव की नीयत सच्ची है तो कोई उसे रोक नहीं सकता। देश के सबसे अधिक एक्सप्रेस-वे और सबसे ज्यादा इंटरनैशनल एयरपोर्ट उप्र में होने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां ट्रांसपोर्टेशन तेज और सस्ता हुआ है। निवेशकों के बीच आशावाद और बेहतर रिटर्न की उम्मीद के संदभरे को व्यापक बताया तथा मोदी की गारंटी पर खासा बल दिया।
विकसित भारत के लिए नई सोच, नई दिशा की चर्चा करते हुए कहा कि हमने गरीबों के लिए चार करोड़ पक्के घर बनाए, शहरी मध्यवर्गीय परिवारों को घर का सपना पूरा करने के लिए साठ हजार करोड़ रुपये की मदद की जिनमें डेढ़ लाख लाभार्थी परिवार उप्र के हैं। उन्होंने देश भर के रेहड़ी-पटरी वालों को दस हजार करोड़ की मदद और स्वनिधि योजना के 75% लाभार्थियों के दलित, पिछड़ा और आदिवासी होने की बात कर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे मुद्दों का सीधा जवाब दे दिया।
मोदी का सुर आने वाले लोक सभा चुनाव की दुंदुभी फूंकता सा प्रतीत हो रहा है। दस लाख गयारह हजार करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए न सिर्फ अपनी सरकार के कामों की सूची को उन्होंने दोहराया, बल्कि पिछली सरकारों के कामों से तुलना भी की।
राजनीति में उप्र की अहमियत का विशेष ख्याल हमेशा रखा जाता है। यहां अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे बड़ी जनसंख्या रहती है, जिसका मत केंद्र में निर्णायक साबित होता है। डबल इंजन सरकार को श्रेय देकर मोदी ने अपरोक्ष में यह भी संकेत देने का प्रयास किया कि प्रदेश की तमाम योजनाएं और लोगों को डायरेक्ट मिलने वाली सुविधाओं के पीछे केंद्र का सीधा हाथ है। ग्राम पंचायतों, लखपति दीदियों औरा सेल्फ हेल्प ग्रुपों की बात उठा कर उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी याद किया।
प्रधानमंत्री अपनी करिश्माई छवि से जनता को प्रभावित तो करते ही हैं। बीते दस सालों के अपनी सरकार के तमाम कामों और योजनाओं को भी दोहराते हुए आम जनता को कुछ भूलने नहीं देना चाहते। विरोधियों को पटखनी देने का यह उनका तरीका ही नहीं है, बल्कि मतदाताओं की नब्ज पर उंगली रखे रहने का विशेष गुर भी कहा जाएगा।
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