Women Hockey News : तीसरी बार चैंपियन बन दक्षिण कोरिया के रिकॉर्ड की बराबरी करना है भारत
किसी भी देश को मेजबान होने के नाते चैंपियन बनने का सबसे प्रबल दावेदार माना जाता है। भारत एक बार फिर से मेजबान होने के कारण राजगीर में 11 नवम्बर से हो रही आठवीं महिला हॉकी एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब का दावेदार है। पिछली बार भारत ने रांची में यह प्रतियोगिता जीती थी।
महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 |
इस तरह भारत के नाम इस टूर्नामेंट का खिताब दो बार दर्ज हो चुका है, लेकिन भारत का इरादा तीसरी बार चैंपियन बनकर दक्षिण कोरिया के सबसे ज्यादा बार खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी करना है। राजगीर का नवनिर्मित विश्वविद्यालय स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स का एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम इसका गवाह बन सकता है। इस बार भारत अगर चैंपियन बन गया तो वह पुरुष टीम की तरह ‘बैक टू बैक’ चैंपियन बनने का कारनामा पूरा कर लेगा।
2023 में रांची से पहले भारत ने 2016 में भी सिंगापुर में इस टूर्नामेंट को जीता था। इसके अलावा 2013 और 2018 में उपविजेता भी रहा है। 2010 में भी भारत ने तीसरा और 2011 में चौथा स्थान हासिल किया था। 2021 की प्रतियोगिता में तो भारत ने थाईलैंड को 13-0 से रौंदकर शानदार शुरुआत की थी, पर बाद में कुछ खिलाड़ियों के कोरोना हो जाने के कारण टूर्नामेंट से हटना पड़ा था।
पिछले साल सलीमा टेटे के नये कप्तान के रूप में भारत ने खिताब जीत लिया था, अब एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में हरेंद्र सिंह टीम के नये कोच हैं। टूर्नामेंट में भारत की दो खिलाड़ी सविता (286) और सुशीला चानू (238 मैच) सबसे अनुभवी हैं। अन्य पांच खिलाड़ियों को भी 100 से ज्यादा मैच खेलने का अनुभव है। टीम की सभी सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का अनुभव है। विश्व में नौवें रैंकिंग की भारतीय टीम को लीग के सभी मैच शाम साढ़े सात बजे से खेलना है, जो टीम के लिए मददगार साबित का अनुभव हासिल है।
सविता भारतीय हॉकी की सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक है। उनके नाम सबसे ज्यादा 286 मैच खेलने का रिकॉर्ड है। भारतीय टीम की रक्षा इसी गोलकीपर के कंधों पर टिकी है। सविता भारत की कप्तान भी रह चुकी हैं। 34 साल की इस खिलाड़ी के नाम अनेक रिकॉर्ड दर्ज हैं।
2021 के टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन की प्रशंसा पूरी दुनिया में हुई। तब भारत ने चौथा स्थान हासिल किया था। 2018 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित हुई सविता पूनिया ने 2011 के जर्मनी दौरे के दौरान अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। तब से वह लगातार भारतीय टीम की मुख्य सदस्य बनी हुई हैं।
राजगीर टूर्नामेंट के दौरान उनका शानदार खेल फिर से देखने को मिलेगा। 2021 और 2022 में एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर बनीं। 2023 के लिए भी उनको नामित किया गया था। 2017 के एशिया कप में सविता के खेल से भारत विजेता बना।
भारतीय टीम
शर्मिला देवी, बिछु देवी खारीबम, सविता, संगीता कुमारी, मुमताज खान, उदिता, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, लालरेमसियामी, बलजीत कौर, ज्योति, नवनीत कौर (उपकप्तान), सुशीला चानू पुखरामबम, सुनेलिता टोप्पो, सलीमा टेटे (कप्तान), नेहा, प्रीति दुबे, मनीषा चौहान, इशिका चौधरी, ब्यूटी डुंगडुंग और दीपिका। हेड कोच - हरेंद्र सिंह
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