मजदूरों को 1-1 लाख की मदद, बाबा बौख नाग का बनेगा भव्य मंदिर... रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल होने के बाद CM धामी ने किए कई ऐलान
उत्तरकाशी में 17वें दिन टनल से मजदूरों को बाहर निकलने का अभियान पूरा हो गया है। सभी 41 मजदूरों को सुरंग से सुरक्षित बाहर आ गए हैं। पिछले 17 दिनों से पूरा देश मजदूरों की सलामती और उनके बाहर आने की दुआएं और प्रार्थनाएं कर रहे थे, जो आखिरकार रंग लाई।
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मुख्यमंत्री ने बचाव अभियान की सफलता के लिए स्थानीय देवता बाबा बौखनाग की कृपा को भी श्रेय दिया और कहा कि सिलक्यारा में उनका भव्य मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल आये हैं।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के निर्माणाधीन सिलक्यारा सुंरग से आखिरी श्रमिक को लेकर एंबुलेंस से चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना होते ही मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्य मंत्री वी के सिंह स्थानीय बौखनाग देवता के मंदिर में उनके प्रति आभार प्रकट किया।
इसके तत्काल बाद एक संवाददाता सम्मेलन में धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग के मुहाने पर स्थित बाबा बौखनाग के छोटे मंदिर को भव्य बनाया जाएगा।
चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे उसमें काम कर रहे 41 श्रमिक मलबे के दूसरी तरफ फंस गए थे ।
स्थानीय लोग इस हादसे का कारण बौखनाग देवता के प्रकोप को मान रहे थे क्योंकि दीवाली से कुछ दिन पहले उनके मंदिर को तोड़ दिया गया था।
निर्माण एजेंसी ने पहले कहा था कि सुरंग के निर्माण के कारण मंदिर को हटाना पड़ा। हांलांकि, बाद में गलती का अहसास होते ही उनकी माफी पाने के लिए सुरंग के बाहर बौखनाग देवता का छोटा मंदिर स्थापित कर दिया गया। बौखनाग देवता को इलाके का रक्षक माना जाता है।
मंदिर स्थापित करने के बाद नियमित रूप से बाबा बौखनाग की पूजा की गयी और उनसे सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए आशीर्वाद मांगा गया।
श्रमिकों को सरकार देगी 1-1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने मंगलवार को कहा कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे रहे सभी श्रमिकों को राज्य सरकार एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। सुरंग में 16 दिन तक फंसे रहे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाले जाने के अभियान के सफल होने के बाद सिलक्यारा में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा श्रमिकों के अस्पताल में इलाज और उनके घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी।
धामी ने कहा कि सुरंग से बाहर निकालने के बाद सभी श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में इलाज पर होने वाला खर्च भी सरकार उठाएगी। उनका कहना था कि सरकार श्रमिकों के अलावा उनके परिजनों के भी खाने और रहने की व्यवस्था कर रही है।
अभियान के 17 वें दिन बचावकर्मियों को सफलता मिली और सभी 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया ।
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