Basant Panchami Amrit Snan: बसंत पंचमी पर त्रिवेणी घाट पर अखाड़ों के साधु-संत और श्रद्धालु लगा रहे डुबकी, CM योगी ने दी बधाई

Last Updated 03 Feb 2025 10:02:41 AM IST

महाकुंभ की तीसरा अमृत स्नान बसंत पंचमी के अवसर पर सोमवार तड़के से शुरू हो गया, जिसमें देश दुनिया से लाखों की संख्या में लोग गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे हैं।


अधिकारियों ने बताया कि सुबह आठ बजे तक 62 लाख से अधिक लोगों ने डुबकी लगा ली है।

मेला प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘संगम घाट पर नागा साधु संतों और आम श्रद्धालुओं के स्नान के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। हर कोई अमृत स्नान का अलौकिक आनंद ले रहा है और चारों ओर हर हर गंगे का घोष सुनाई दे रहा है।’’

बसंत पंचमी के पावन अवसर पर महाकुंभ 2025 में पवित्र त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, सभी अखाड़ों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हार्दिक बधाई दी। 

सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अपने आधिकारिक आवास पर प्रमुख सचिव (गृह) और डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) के साथ मिलकर तड़के साढ़े तीन बजे से ही महाकुंभ में स्नान संबंधी व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि अमृत स्नान निर्विघ्न रूप से जारी है और संन्यासी अखाड़ों के साथु संतों का अमृत स्नान संपन्न होने के साथ अब बैरागी अखाड़े घाट पर पहुंच रहे हैं।
 

 

मुख्यमंत्री ने प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की भी सराहना की और कहा कि इस आयोजन में भाग लेने वाले श्रद्धालु भगवान की कृपा प्राप्त करते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक मूल्यों को प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया और इसके द्वारा समाज में शांति, समृद्धि और सद्भाव की भावना को साझा करने की शुभकामनाएं दीं।

बसंत पंचमी के अवसर पर 'अमृत स्नान' के लिए अखाड़ों द्वारा त्रिवेणी संगम की ओर जाते समय पुष्प वर्षा की जा रही है।


क्रम में सबसे पहले संन्यासी अखाड़ों में महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के साधु संतों और पीठाधीश्वर ने संगम घाट पर पहुंचकर स्नान किया। इसके बाद, निरंजनी और आनंद अखाड़ा और जूना एवं आवाहन अखाड़ा के साधु संतों ने अमृत स्नान किया।

मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान मची भगदड़ की घटना के बाद यह अमृत स्नान हो रहा है। मौनी अमावस्या पर भगदड़ की घटना में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी तथा 60 लोग घायल हो गए थे।

संगम तट पर भीड़ से बचने के लिए बहुत से लोग दारागंज में बने पक्के घाट दशाश्वमेध घाट पर स्नान के लिए जुटे हैं। इस घाट पर स्नान करने रायपुर से आईं राम प्यारी ने कहा, ‘‘गंगा स्नान करना महत्वपूर्ण है। इसलिए हमने भारी भीड़ के कारण संगम जाने के बजाय यहां स्नान करना ठीक समझा।’’

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य महाकुंभ में सोमवार को हर-हर महादेव का जयघोष करते हुए देसी-विदेशी श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया। वसंत पंचमी के दिन आस्था के संगम में डुबकी लगाकर यह श्रद्धालु काफी खुश नजर आए। योगी सरकार की अच्छी व्यवस्थाओं की वजह से यहां पर सभी श्रद्धालु संतुष्ठ भी दिखे।

महाकुंभ 2025 के अंतिम अमृत स्नान के दौरान नागा साधुओं का अद्भुत प्रदर्शन श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना। त्रिवेणी तट पर इन साधुओं की परंपरा और अद्वितीय गतिविधियों ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
 

आईएएनएस/भाषा
लखनऊ


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