उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुए बवाल के बाद पत्थरबाजों और उपद्रवियों की तलाश जोरों पर हो रही है। बवाल में शामिल लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। प्रशासन की तरफ से पहले ही इनके पोस्टर लगाने की बात कही जा चुकी है।
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संभल बवाल में उपद्रवियों की वायरल तस्वीरों में सबके चेहरे ढके हुए हैं। इन्होंने किसी रुमाल या किसी मफलर से अपना मुंह ढक रखा है। प्रशासन की तरफ से पहले ही हिंसा करने वालों पर यूपी सरकार ने सख्ती बरतने की बात कही है। पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक रूप से लगाए जा सकते हैं।
इसके साथ ही उपद्रवियों से नुकसान की वसूली की जा सकती है। जरूरी हुआ तो उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित हो सकता है। संभल हिंसा के गुनहगार किसी भी सूरत में बच नहीं पाएंगे। ज्ञात हो कि यूपी की योगी सरकार पहले ही उपद्रव करने वालों के खिलाफ नुकसान की वसूली और पोस्टर का अध्यादेश जारी कर चुकी है।
डीआईजी मुनिराज ने कहा कि अब संभल की स्थित सामान्य हो रही है। लोग अपनी दुकानें खोल रहे हैं। दैनिक कार्य हो रहे हैं। पुलिस किसी निर्दोष को परेशान नहीं करेगी। दोषियों के खिलाफ ही कार्रवाई होगी। यह बार बार अपील की जा रही है। जनजीवन सामान्य हो रहा है। बाजारों में लोगों से संवाद किया जा रहा है। ज्यादातर दुकानें खोली जा रही हैं। इसके बाद जो नहीं खुली वो लोग बाहर शादी विवाह में गए हैं। वो लोग भी अपनी दुकानें खोलने जा रहे हैं। यहां स्थिति ठीक हो रही है।
संभल हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है। इन महिलाओं पर उपद्रव में शामिल होने का आरोप है।
ज्ञात हो कि संभल में मस्जिद पर सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद बुधवार को जनजीवन सामान्य होने लगा है। स्कूल खुल गए हैं और जरूरी सामान बेचने वाली कई दुकानें भी खुल गई हैं, हालांकि जिले में इंटरनेट सेवाएं अभी भी निलंबित हैं। प्रशासन ने हिंसा के बाद संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी है। पुलिस ने मुख्य चौराहों पर बल तैनात किया है और रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया है।
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