Ayodhya Deepotsav 2024: अयोध्या में जलाए जाएंगे 25 लाख से ज्यादा दीपक, बनेगा नया रिकॉर्ड

Last Updated 30 Oct 2024 11:58:35 AM IST

अपने 'लला' के आगमन की खुशी में अयोध्या नगरी झूम रही है। अब इंतजार हो रहा है तो सिर्फ दीपोत्सव का। 500 वर्ष बाद 'रामलला की मौजूदगी' में रामनगरी में 35 लाख से अधिक व राम की पैड़ी पर 25 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित होंगे।


अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसका इंतजार बेसब्री से न सिर्फ अयोध्या, बल्कि समूचा उत्तर प्रदेश कर रहा है। पूरी अयोध्या नगरी का दुल्हन की तरह श्रृंगार किया जा चुका है। रामलला की मौजूदगी में यह पहला और योगी सरकार का आठवां दीपोत्सव है।

मुख्यमंत्री योगी बुधवार को तकरीबन 20 घंटे यही पर रहेंगे। रामपथ पर देश भर आए कलाकार अपना मंचन करेंगे।

इसके बाद राम कथा पार्क पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान के स्वरूपों के राज्याभिषेक करेंगे और शाम को राम की पैड़ी पर 25 लाख दीप प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा।

जारी कार्यक्रम के मुताबिक राम की पैड़ी पर ही सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इनमें लेजर शो इमेज प्रोटेक्शन शो है। मुख्यमंत्री दूसरे विश्व रिकॉर्ड के भी साक्षी होंगे। 1100 अर्चक एक साथ मां सरयू की आरती उतारेंगे। सरयू पुल से आतिशबाजी का विशेष शो भी लोग देख पाएंगे। इसके बाद पहली बार 500 ड्रोन के साथ विशेष शो और फ्लेम शो का भी दर्शन आनंद ले सकेंगे।

मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा, 'दीपोत्सव' ऐतिहासिक है। हम सबके आराध्य श्रीरामलला 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अपने धाम में विराजमान हुए हैं। 500 वर्ष बाद धर्मधरा अयोध्या धाम में श्री रामलला की पावन जन्मभूमि पर बने उनके भव्य-दिव्य मंदिर में भी हजारों दीप प्रज्वलित होंगे।

"आइए, इस महापर्व में सहभाग कर सनातन धर्म की गौरवशाली परंपरा का उत्सव मनाएं। भगवान श्री राम के आगमन पर श्री अयोध्या धाम के दीपों के साथ अपने घरों में भी आत्मीयता और समता का दीपक अवश्य प्रज्वलित करें। जय जय श्री राम।"

डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के प्रबंधन में दीपोत्सव-2024 को ऐतिहासिक बनाने के लिए 30 हजार वालंटियर्स के सहयोग से 25 लाख से अधिक दीयों को प्रज्वलित करने की तैयारी पूरी की गई। मंगलवार को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के कंसल्टेंट निश्चल बरोट की अगुवाई में 30 सदस्यों ने सरयू के 55 घाटों के दीप की गणना पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, समन्वयक व गणना वालंटियर की मौजूदगी में शुरू की।

30 अक्टूबर को दीपोत्सव के लिए दीये में तेल भरने के लिए एक-एक लीटर सरसों की बोतल उपलब्ध कराई जायेगी। वालंटियर 28 लाख बिछाये गए दीप में सावधानीपूर्वक तेल डालेंगे। घाट पर तेल न गिरे, इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा।

विवि प्रशासन ने सरयू के 55 घाटों पर 28 लाख दीयों को सजाने के कार्य को अंतिम रूप दे दिया। इसकी तैयारियों को लेकर विश्वविद्यालय ने पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, गणना वालंटियर्स के साथ दो हजार से अधिक भारी भरकम टीम उतार दी है। इनकी निगरानी में दीपोत्सव में 25 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित होंगे। दीपोत्सव की भव्यता विश्व पटल पर दिखे, इसके लिए विश्वविद्यालय परिसर के वालंटियर द्वारा घाट नंबर 10 पर 80 हजार दीयों से स्वास्तिक सजाया गया है। इससे पूरी दुनिया में शुभता का संदेश जायेगा। यह आकर्षण का केंद्र होगा। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के कुशल मार्गदर्शन में 30 हजार वालंटियर द्वारा 55 घाटों पर 16 गुणे 16 दीए का ब्लॉक बनाया गया है, जिसमें 256 दीए सजाये गये हैं। इनमें एक वालंटियर को 85 से 90 दीए प्रज्वलित किए जाने का लक्ष्य दिया गया है।

दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन, जिला प्रशासन के सहयोग से विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्य को अंतिम रूप दे दिया गया है।

500 वर्ष बाद 'रामलला की मौजूदगी' में जलेंगे दीप 

आयोजन की शुरुआत साकेत महाविद्यालय से होगी। यहां से 18 झांकियां निकलेंगी। इसमें 11 सूचना व सात पर्यटन विभाग की हैं। यह झांकियां रामायण के प्रसंगों पर आधारित रहेंगी। इस दौरान विभिन्न प्रदेशों के कलाकार अपनी संस्कृति का भी परिचय देंगे। फरुआही, बमरसिया, मयूर, बहरूपिया, अवधी, थारू समेत अनेक लोकनृत्य लोगों को अपनी संस्कृति का परिचय कराएंगे। आतिशबाजी व रंगोली संग शोभायात्रा निकलेगी।

दीपोत्सव के नेतृत्वकर्ता, मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ इस बार भी दोपहर बाद 2:30 बजे तक अयोध्या पहुंच जाएंगे। वह रामकथा पार्क में उतरेंगे। इसके बाद वहां भगवान श्रीराम-सीता के राज्याभिषेक में पहुंचेंगे। सीएम योगी, केंद्रीय मंत्री समेत अन्य मंत्री उनके रथ को खींचेंगे। इसके बाद राज्याभिषेक होगा। मुख्यमंत्री यहां आमजन से मुखातिब भी होंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इस बार एक और बड़ा रिकॉर्ड बनने जा रहा है। यह रिकॉर्ड है सरयू तट पर महाआरती का। शाम को सरयू आरती में1100 बटुक, 157 संत व मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। सभी बटुक एक ही वेशभूषा में नजर आएंगे। तकरीबन 15 मिनट होने वाली आरती में इतनी संख्या में बटुकों का जुटना भी रिकॉर्ड है।

शाम के समय ही दीपों को जगमग करने का कार्य शुरू होगा। 25 लाख दीपों को जगमग करने के लिए राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाए गए हैं। इन्हें प्रज्ज्वलित करने की जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वॉलंटियर्स को दी गई है। शाम तक सभी दीये जल जाएंगे। इसके बाद गिनीज बुक की टीम ड्रोन से गिनती कर आठ बजे तक रिजल्ट घोषित कर देगी।

अयोध्या के आकाश में रंग-बिरंगी रोशनी युक्त 500 ड्रोन के जरिए भव्य एरियल ड्रोन शो का आयोजन होगा। शो के जरिए प्रभु श्री राम, लक्ष्मण और हनुमान जी की वीर मुद्रा का लोग दिव्य दर्शन कर सकेंगे। कार्यक्रम में खासतौर से लेजर लाइट्स, वॉयस ओवर और म्यूजिकल नैरेशन लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता नजर आएंगे। दीपोत्सव के दौरान मुख्य कार्यक्रम में 15 मिनट तक एरियल ड्रोन शो आयोजन होगा। इसमें मेड इन इंडिया ड्रोंंस का इस्तेमाल होगा। ड्रोन शो के जरिए रावण वध, पुष्पक विमान, दीपोत्सव, राम दरबार वाल्मीकि, तुलसीदास व राम मंदिर को भी अयोध्या के आकाश में ड्रोन के जरिए दर्शाया और दिखाया जाएगा। पुराने सरयू पुल पर भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में दीपोत्सव का आयोजन होना है। इसमें केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी रहेंगे। 10 नंबर घाट पर ही मंच इत्यादि बनाया गया है, जहां सीएम मौजूद रहेंगे। यहीं पर मुख्यमंत्री को गिनीज बुक की ओर से कीर्तिमान बनाने का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। अभी तक मिली खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री रात में अयोध्या में ही रहेंगे। देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्री राम कथा पार्क में आयोजित होने वाली रामलीला का भी अवलोकन करेंगे। सुबह हनुमानगढ़ी व रामलला का दर्शन करने के बाद वह गोरखपुर रवाना होंगे।

आईएएनएस
लखनऊ


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