जल्द ही अयोध्या दौरा कर विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहर में आने वाले लोगों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए किए जा रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने के लिए जल्द ही अयोध्या जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो) |
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री उन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे जिनमें भजन संध्या स्थल, क्वीन हो मेमोरियल पार्क, राम कथा पार्क का विस्तार, राम कथा गैलरी, राम की पैड़ी का सौंदर्यीकरण, सड़कों और फुटपाथों और हनुमान गढ़ी - कनक भवन रोड का नवीनीकरण शामिल है।
शहर की कई सड़कों के चौड़ीकरण का काम किया जा रहा है, बहु-स्तरीय पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है और बस और रेलवे स्टेशनों का भी पुर्ननिर्माण किया जा रहा है।
मौजूदा सुविधाओं को बढ़ाने के अलावा, अयोध्या को सौर शहर बनाने की भी योजना है।
इसके अलावा, मखौड़ा जैसी अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के विकास के लिए एक अलग कार्य योजना तैयार की गई है।
बस्ती जिले के र्हैया तहसील में स्थित, मखौड़ा धाम में राजा दशरथ ने अपने गुरु वशिष्ठ और ऋषि श्रृंगी के मार्गदर्शन में पुत्रकामेष्ठी यज्ञ किया था।
विभिन्न 'परिक्रमा' मार्गों पर भगवान राम से संबंधित कई पौराणिक स्थान भी हैं और ऐसे सभी स्थानों का विकास भी योगी सरकार के एजेंडे में है क्योंकि इससे न केवल पर्यटन को बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने सरयू नदी और रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ घाटों के पूरे सौंदर्यीकरण के लिए पहले ही आदेश दे दिया है।
हवाई अड्डे से जुड़ने के लिए एक अलग चार लेन की सड़क होगी।नया रूप 'नव्य अयोध्या' वैदिक और आधुनिक शहर का एक एकीकृत मॉडल होगा।
सरकार अयोध्या के विकास का एक नया मॉडल तैयार कर रही है और इसके लिए एक विश्वस्तरीय कंसल्टेंट नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है।आवासीय एवं सहरी नियोजन विकास (एचयूपीडी) विभाग ने एक 'रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल' (आरएफपी ) जारी किया है।
एचयूपीडी विभाग सलाहकार द्वारा तैयार किए गए विकास मॉडल को प्राप्त करेगा और इसका क्रियान्वयन अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के माध्यम से किया जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) सोहावल से विक्रमजोत के लिए एक बाईपास का प्रस्ताव भी तैयार हो रहा है।इसके अलावा, रायबरेली से अयोध्या तक फोर-लेन सड़क के चौड़ीकरण पर भी विचार हो रहा है। इसका निर्माण 1,500 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है।
अयोध्या आने वाली रेल पटरियों का दोहरीकरण भी होगा, शहर के रेलवे स्टेशन का भविष्य की जरूरतों के अनुसार सौंदर्यीकरण और विस्तार किया जाएगा।
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