उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते 24 घंटे में कोविड-19 के सर्वाधिक 831 नए मामले सामने आए हैं और इसी के साथ यहां संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 14,000 के पार पहुंच गया है।
|
चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा है कि अगर तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो राज्य की राजधानी में जल्द ही एक दिन में 1,000 से अधिक मामलों के आने की संभावना है। मंगलवार को सामने आए मरीजों की संख्या के साथ यहां संक्रमितों की कुल संख्या 14,221 तक पहुंच गई जिनमें से 42 फीसदी (6,043 मामले) र्सिफ अगस्त में दर्ज किए गए हैं।
अब तक लगभग 7,317 मरीज ठीक हो चुके हैं, लेकिन चूंकि संक्रमण दर रिकवरी से अधिक है इसलिए सक्रिय रोगियों की संख्या 6,743 हो गई है। हालांकि स्पशरेन्मुख (एसिम्टोमैटिक) मामलों में होम क्वॉरंटाइन में रहने की अनुमति दी गई है। सक्रिय मामलों में बढ़ोत्तरी के चलते कोविड अस्पतालों पर दबाव बढ़ गया है।
एसजीपीजीआई के वरिष्ठ वाइरोलॉजिस्ट और पूर्व प्रोफेसर टी.एन. ढोले ने कहा है कि मानसून के मौसम में वातावरण में नमी वायरस के प्रसार को बढ़ा रही है।
उन्होंने बताया, "यह वृद्धि जारी रहेगी और अगस्त के खत्म होने तक हमें रोज के हिसाब से 1,000 से अधिक मामले देखने को मिल सकते हैं। संक्रमण की दर अक्टूबर में सर्वाधिक होगी।"
विशेषज्ञों ने संक्रमण की बढ़ती दर के बढ़ने के तीन कारण बताए - बरसाती मौसम, सुरक्षा प्रोटोकॉल की लापरवाही और संपर्क में आए लोगों की देरी से पहचान।
हालांकि चीफ मेडिकल ऑफिसर ने इस बात से इनकार किया कि कांटैक्ट ट्रेसिंग में किसी तरह की सुस्ती बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि नमूनों की जांच पांच हजार दैनिक कर दी गई है।
| | |
|