भारत को पूर्ण राष्ट्र न मानने वाले लोग कर रहे उच्च शिक्षण संस्थानों में नारेबाजी : योगी

Last Updated 12 Jan 2020 06:12:57 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि लार्ड मैकाले की मानसिकता के लोग आजादी के वक्त अपने अतीत के प्रति अज्ञानतावश भारत को एक पूर्ण राष्ट्र मानने से इनकार करते रहे और यही लोग अब उच्च शिक्षण संस्थानों में भारत विरोधी नारेबाजी भी कर रहे हैं।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव का उद्घाटन करने के बाद अपने सम्बोधन में किसी का नाम लिये बगैर कहा ''देश 1947 में आजाद हुआ लेकिन उस वक्त बहुत से लोगों को गलतफहमी थी कि यह देश 1947 में बना। इसीलिये मैकाले की मानसिकता वाले लोगों ने उस बात को बढाचढाकर पेश किया कि हम राष्ट्र बनने की प्रक्रिया में हैं। कुछ लोगों ने उससे भी आगे जाकर कह दिया कि ‘आई एम हिन्दू बाई एक्सीडेंट।"   

मुख्यमंत्री ने हाल में जवाहर लाल नेहरू विविद्यालय में हुईं हिंसा की तरफ इशारा करते हुए कहा "जिन लोगों को भारत के अतीत की जानकारी ही नहीं है वे भारत को एक राष्ट्र मानने से इनकार करते रहे। देश के कुछ चुनिन्दा उच्च शिक्षण संस्थानों में लगने वाले नारे इस बात के बारे में हम सबको निरन्तर कचोटते हैं। हम सबको सचेत भी करते हैं कि इस देश के खिलाफ षड्यंत्र के अड्डे कहां पर हैं।"   

योगी ने कहा कि ढाई हजार साल पुराना विष्णु पुराण कहता है कि हिमालय से दक्षिण और समुद्र से उत्तर तक जो देवताओं द्वारा निर्मित भूभाग है, वह भारत है और उसकी संतति ही भारतीय कहलाती है। यह उन लोगों की आंखों को खोलने वाला होना चाहिये जो कहते हैं कि हम अभी राष्ट्र बनने की प्रक्रिया में हैं।  

योगी ने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री सी. अचुता मेनन के 80 के दशक में लिखे एक लेख का जिक्र करते हुए कहा कि भारत को एक राष्ट्र नहीं मानने वाले मेनन ने जब इस देश को गहराई से देखा तो पाया कि पूरे देश की भावनाएं एक जैसी हैं। अगर टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग इसी बात को समझ लेते तो उनकी ऐसी मानसिकता नहीं होती। 

 

योगी ने कहा कि दुनिया में जब दो देशों के बीच जंग होती थी तब अमेरिका और रूस से ही मध्यस्थता की बात कही जाती थी मगर अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव में मध्यस्थता के लिये भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिये आवाज उठी है। यह न्यू इंडिया है। हम सबको इस नये भारत की ताकत को पहचानना होगा। इसके लिये हम सभी को प्रधानमंत्री के संकल्प से जुड़ना होगा।

भाषा
लखनऊ


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