राजस्थान में कई स्थानों पर 3 बजे तक रहा 'चक्का जाम', आवागमन रहा प्रभावित

Last Updated 06 Feb 2021 01:57:20 PM IST

नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलनरत किसानों के चक्काजाम के आवान के तहत आज राजस्थान में विभिन्न राजमागरें पर दोपहर बारह से अपरान तीन बजे तक चक्का जाम किया गया।


राजस्थान में किसानों ने अनेक जगह चक्काजाम किया (फाइल फोटो)

प्रदेश में चक्का जाम को सत्तारुढ़ पार्टी कांग्रेस ने भी पूरा समर्थन दिया है और जयपुर सहित विभिन्न जिलों में किसानों के साथ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी सड़कों पर आकर चक्का जाम में भाग लिया। इस दौरान सीकर रोड़, आगरा रोड़, दिल्ली रोड़, अजमेर रोड़ और टोंक रोड़ पर चक्का जाम किया गया जिससे मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारे लग गई है।

जयपुर-अजमेर रोड़ पर भांकरोटा चौराहे पर चक्काजाम लगाने से दो-तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इसके पुलिस ने एक घंटा बाद ही किसान एवं कांग्रेस नेताओं को समझाकर जाम खुलवाया। इस दौरान राजधानी जयपुर के चारों ओर राष्ट्रीय राजमागरें पर ट्रैक्टर लगाकर रास्ते रोककर जाम लगा दिया गया। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न जगहों पर ट्रैक्टर, पत्थर एवं सड़क पर बैठकर जाम लगाया गया। जाम में कई जगहों पर पर महिलाओं ने भाग लिया।

इसी तरह जयपुर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 पर चौमूं तिराहे पर चक्का जाम किया गया हैं जहां किसान एवं कांग्रेस के लोग एकत्रित होकर मार्ग को जाम कर दिया हैं। इसमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया एवं पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी तथा अन्य कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।

इस अवसर पर महरिया ने मीडिया से कहा कि केन्द्र सरकार किसानों की आवाज सुनने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब किसानों की इन कानूनों के लिए कोई मांग ही नहीं हैं। सरकार अगर देना ही चाहती हैं तो उसे किसानों को मुफ्त में बिजली एवं पानी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान आज स्वामीनाथन रिपोर्ट किसी तरह लागू हो, इसके लिए लालायित हैं।

दौसा में किसानों ने चक्का जाम किया। इसमें कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा तथा अन्य कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कोटा शहर में किसान आंदोलन के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकाली गई और बाद में किसान सभा का आयोजन किया गया, जिसे नगरीय एवं स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल एवं कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने संबोधित किया।

नागौर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 458 पर चक्काजाम किया गया जिसमें शेरानी आबाद से महिलाओं ने भाग लिया। जिले के परबतसर में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का चक्का जाम किया गया जिसमें कांग्रेस विधायक रामनिवास गावड़िया सहित कई कांग्रेसियों ने भी भाग लिया। इसी तरह इस दौरान चौमूं में आयोजित किसानों की महापंचायत में महिलाओं ने भी भाग लिया। सीकर जिले में किसानों ने टोल बूथों के पास चक्काजाम कर प्रदर्शन किया।

अलवर  के पास नौगावां बार्डर पर किसानों ने प्रदर्शन किया। इसी तरह अलवर जिले के बडौदामेव,  तिजारा-भिवाड़ी रोड, अलवर भरतपुर रोड पर बडौदामेव के पास, खैरथल-कोटपूतली  रोड पर बानसूर टोल के पास, ततारपुर चौराहे के पास, मालाखेड़ा से आगे  जयपुर-अलवर रोड पर चक्काजाम लगाया गया। शाहजहांपुर बॉर्डर पर सर्विस लेन भी बंद कर दी गई, जो अपरान तीन बजे बजे तक बंद रही। इसके कारण  हाईवे की सर्विस लेन से होकर जाने वाले वाहन गांवों से होकर निकलना पड़ा। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 पर शाहजहांपुर टोल प्लाजा पर भी चक्का जाम किया गया। इस दौरान मार्ग पर कंटीली झाड़ियां और पत्थर लगाकर रास्ता रोका और अपना विरोध जताया। 

इसके अलावा श्रीगंगानगर, बीकानेर, अजमेर, जोधपुर, भरतपुर, बूंदी, हनुमानगढ़ सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में विभिन्न मार्ग पर तीन घंटे के लिए चक्काजाम किया गया। चक्का जाम से यातायात अवरुद्ध होने से वाहनों की लम्बी कतारे लग जाने से लोगों को परेशानी हुई। इस दौरान प्रदेश में कहीं से कोई अप्रिय खबर प्राप्त नहीं हुई। हालांकि चक्का जाम के दौरान एंबुलेंस, स्कूल बस, बुजुगरें और महिलाओं को छूट दी गई।

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आंदोलनरत्त किसानों द्वारा आज दोपहर बारह बजे से अपरान तीन बजे तक नेशनल एवं स्टेट हाईवे चक्काजाम करने के आवान का राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी समर्थन करती है। उन्होंने सभी कांग्रेस के लोगों से निवेदन किया कि वे इस शांतिपूर्वक चक्काजाम को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

वार्ता
जयपुर


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment