कुछ संगठन अपनी राजनीति चमकाने के लिए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं- राज्यवर्धन
पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा है कि केंद्र सरकार किसानों के बिल को लेकर बातचीत के लिए तैयार है लेकिन कुछ संगठन इसको अपनी राजनीति चमकाने के लिए वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (फाइल फोटो) |
जयपुर ग्रामीण से सांसद सिंह ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसान बिल में जहां भी कोई सुधार हो सकता है वह सुधार किया जाएगा जहां भी उनकी परेशानी है किसान अपनी बातें बताएं लेकिन बिल वापस होना सही नहीं है और इन संगठनों की मांग सिर्फ एक है बिल को हटा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो योजना लाते हैं वह जनता के लिए लाते हैं और जनता के बीच में पार्टी का कार्यकर्ता सांसद मंत्री विधायक सब उन योजनाओं के बारे में बताते हैं। केंद्र सरकार की योजनाओं से देशभर में विकास की नई राह खुली है।
उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने जब चुनाव लड़ा था उस वक्त इन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी सभाओं में कहा था कि एक से 10 तक गिनती बोलिए और सभी समस्याओं का समाधान होगा। किसानों के ऋण माफ की बात की गई थी वह नहीं किया गया। नौजवानों को भत्ता नहीं दिया गया महिला सुरक्षा राज्य में बिल्कुल नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य में उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। दलित अत्याचार बढ़ता जा रहा है। अर्थव्यवस्था बिगड़ती जा रही है। और कानून व्यवस्था का तो राज्य में बड़ा बुरा हाल है।
सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व्यक्तिगत रूप से इसलिए सफल रहे क्योंकि उन्होंने अपनी कुर्सी बचा ली लेकिन सरकार चलाने में वह पूरी तरह विफल रहे। पूरे दो साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घर बचाने में ही लगे रहे।
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