मोगा एसएसपी अजय गांधी के दिशा-निर्देश और डीएसपी सिटी रविंद्र सिंह की अगुवाई में साधां वाली बस्ती में ड्रोन के माध्यम से नशा तस्करों के घरों पर निगरानी रखी गई।
 |
पंजाब सरकार के नशा मुक्ति अभियान के तहत मोगा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। मोगा एसएसपी अजय गांधी के दिशा-निर्देश और डीएसपी सिटी रविंद्र सिंह की अगुवाई में साधां वाली बस्ती में ड्रोन के माध्यम से नशा तस्करों के घरों पर निगरानी रखी गई। इस दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
इस विशेष अभियान में डीएसपी रवींद्र सिंह के साथ पीसीआर प्रभारी खेमचंद पराशर और थाना सिटी साउथ के एसएचओ वरुण मट्टू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
डीएसपी रवींद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि साधां वाली बस्ती लंबे समय से नशे के मामलों को लेकर बदनाम रही है और यहां कई कुख्यात नशा तस्कर सक्रिय हैं। ड्रोन के जरिए की गई निगरानी से यह साफ हो गया कि कई घरों में संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। तस्करों के घरों के बाहर लोग जमा रहते हैं, जबकि वह खुद अंदर छिपे होते हैं। इस बार ड्रोन की मदद से घरों की पूरी जानकारी जुटाई गई है। पुलिस ने कई घरों पर छापेमारी की और जिन घरों के निवासी फरार पाए गए, वहां नोटिस चस्पा किए गए हैं।
डीएसपी रवींद्र सिंह ने बताया कि जिन वाहनों और मोटरसाइकिलों को कब्जे में लिया गया है, उनकी जांच की जा रही है और यदि किसी का संबंध नशा तस्करी से पाया गया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नशा तस्करों को सख्त चेतावनी देते हुए डीएसपी रवींद्र सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों को अब मोगा में रहने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने आम जनता से अपील की कि यदि उनके आसपास कोई व्यक्ति नशा बेचता है या तस्करी में लिप्त है, तो उसकी जानकारी पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से ही पंजाब को नशा मुक्त बनाया जा सकता है।
इससे पहले पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया था कि मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा राज्य को नशामुक्त करने के लिए शुरू किए गए 'युद्ध नशा के खिलाफ' अभियान के तहत पुलिस महानिदेशक गौरव यादव के निर्देशानुसार पटियाला रेंज में पटियाला, संगरूर, बरनाला और मलेरकोटला जिले में 1 जनवरी 2025 से अब तक एनडीपीएस एक्ट के तहत 484 मुकदमे दर्ज कर 693 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
| | |
 |