आर्थिक संकट में क्यों डूब रहा है पंजाब? बीजेपी नेता ने बताई पूरी कहानी

Last Updated 10 Oct 2024 05:22:27 PM IST

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में माना गया है कि पंजाब वित्तीय संकट से गुजर रहा है। हाल ही में यह रिपोर्ट विधानसभा में पेश की गई। रिपोर्ट के अनुसार, सकल राज्य घरेलू उत्पाद का सार्वजनिक ऋण 44 प्रतिशत हो गया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने पंजाब में आर्थिक संकट के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की नीति और वित्तीय प्रबंधन खराब है।


भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि गलत नीतियों और खराब वित्तीय प्रबंधन के कारण पंजाब को आर्थिक संकट के जाल में फंसाने के बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को दिवालिया होने की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। साथ ही उन्होंने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली का धोखाधड़ी मॉडल धीरे-धीरे सामने आ रहा है। पहले अरविंद केजरीवाल शराब माफिया के जरिए लोगों को लूट रहे थे। अलग-अलग तरीकों से भ्रष्टाचार करके लोगों को लूट रहे थे। अब आम आदमी पार्टी ने दिल्ली का पूरा खजाना अपने चाटुकारों पर लुटा दिया है।

उन्होंने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को दयनीय बताया और कहा कि दिल्ली के स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। सड़कें गड्ढों से भरी है। खजाना खाली है। यह सारा भ्रष्टाचार दिल्ली के धोखाधड़ी मॉडल का सबूत है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने जहां भी सरकार बनाई है, वहां खजाना लूटा गया है। उनकी सरकार में वित्तीय प्रबंधन नाम की कोई चीज नहीं है। कर्ज पर कर्ज बढ़ता जा रहा है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस पार्टी अभी भी हार स्वीकार नहीं कर पा रही है। इस पर भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव आयोग ने साबित कर दिया है कि हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराना सिर्फ बहाना है। जनता ने उन्हें हरा दिया है। हार की घबराहट में कांग्रेस कभी चुनाव आयोग को तो कभी ईवीएम को जिम्मेदार ठहराती है। हकीकत में कांग्रेस 'नाच न जाने आंगन टेढ़ा' का खेल खेल रही है। कभी वे खुद को, कभी नेताओं को तो कभी चुनाव आयोग को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे उस जिद्दी, अभिमानी और हठीले बच्चे की तरह हैं, जो परीक्षा में हारने के बाद अपनी असफलता पर आत्मचिंतन करने के बजाय परीक्षा नीति और परीक्षा केंद्र को दोष देता है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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