त्रिपुरा में करीब 400 उग्रवादी मंगलवार को सिपाहीजाला जिले में मुख्यमंत्री माणिक साहा के समक्ष अपने हथियार डालेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि ये उग्रवादी नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीएफ) के हैं।
वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में चार सितंबर को दिल्ली में केंद्र तथा राज्य सरकार के साथ हुए एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद आत्मसमर्पण करेंगे।
गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘एनएलएफटी और एटीटीएफ के करीब 400 उग्रवादी जम्पुइजाला में त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) की सातवीं बटालियन के मुख्यालय में मुख्यमंत्री के समक्ष अपने हथियार डालेंगे।’’
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों प्रतिबंधित समूहों के सभी नेता दीर्घकालीन शांति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अपने हथियार सौंपेंगे।
केंद्र ने दोनों समूहों के उग्रवादियों के पुनर्वास के लिए 250 करोड़ रुपये के वित्तीय पैकेज की घोषणा की है।