Doda Terror Attack: जम्मू में बढ़ते आतंकवाद पर गुलाम नबी आजाद ने जताई चिंता
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के चेयरमैन गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को जम्मू डिवीजन में बढ़ते आतंकवाद पर चिंता व्यक्त की।
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साथ ही उन्होंने डोडा में मुठभेड़ में मारे गए सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई।
आजाद ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह सुनकर बहुत दुख हुआ कि डोडा में भारतीय सेना के एक कैप्टन सहित 4 सैनिक मारे गए। जम्मू प्रांत में आतंकवाद का बढ़ना बेहद चिंताजनक है।"
उन्होंने कहा, "सरकार को आतंकवाद को खत्म करने के लिए गंभीर कदम उठाने चाहिए। हर इंसान की जान की कीमत है और शांति के दुश्मनों से निपटा जाना चाहिए। शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना और शांति के लिए मेरी प्रार्थना।"
Very sad to hear that 4 soldiers, including one Captain of Indian Army were killed in Doda. The rise of militancy in Jammu province is deeply concerning. The government must take serious measures to erode militancy. Every human life is precious, and the enemies of peace must be…
— Ghulam Nabi Azad (@ghulamnazad) July 16, 2024
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के देसा जंगल में सोमवार शाम को आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच शुरू हुई मुठभेड़ में सेना के चार जवानों और एक पुलिसकर्मी सहित पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं।
इधर जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी कुलदीप हुड्डा ने जम्मू में बढ़ती आतंकी घटनाओं को लेकर कहा है कि पाकिस्तान का मिशन क्लियर है। वह अब जम्मू में गतिविधियों को बढ़ाना चाहता है, क्योंकि पाकिस्तान कश्मीर में कामयाब नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ऑल आउट के तहत कश्मीर में पाकिस्तान का सफाया हो गया और इसलिए अब वैसी जगह ढूंढ रहे हैं, जहां पर सुरक्षाबलों की कमी है। आमतौर पर जिन क्षेत्रों में शांति रही है, अब वहां आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, जिससे सेना का ध्यान जम्मू में बढ़ रही आतंकी घटनाओं की ओर जाए, जिससे वह कश्मीर में दोबारा आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सके।
डोडा जम्मू संभाग के घने जंगलों वाले पहाड़ी जिलों में से एक है, जहां माना जाता है कि आतंकवादी गुरिल्ला युद्ध की नीति अपना रहे हैं।
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