भारतीय जनता पार्टी की मणिपुर इकाई ने अपने मुख्य प्रवक्ता चोंगथम बिजॉय सिंह को पार्टी नियमों के उल्लंघन के आरोप में छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
|
उनके निष्कासन का फैसला भाजपा के घटक ‘एनपीपी’ के खिलाफ टिप्पणी करने के कुछ दिनों के भीतर ही किया गया है। गौरतलब है कि उन्होंने कहा था कि नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) एक ‘परजीवी’ (पैरासाइट) हो, जो पिछले पांच साल में सत्तारूढ गठबंधन के लिए एक संकट ही साबित हुई है।
पार्टी से निष्कासन के बाद सिंह ने कहा कि राज्य विधानसभा के चुनाव में वह उरीपोक सीट से जनता दल (यू) के उम्मीदवार केएच सुरेश का समर्थन करेंगे, क्योंकि वह खुद उस सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें उस सीट से पार्टी का उम्मीदवार इसलिए नहीं बनाया क्योंकि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा था, ‘‘मुझे पार्टी का टिकट देने से इनकार कर दिया गया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर बोलता हूं। मुझे ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किये बिना निष्कासित कर दिया गया है। मेरा निष्कासन पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के निहित स्वार्थों के कारण हुआ है। मैं उरीपोक सीट से जनता दल (यू) के उम्मीदवार को समर्थन दूंगा।’’
भाजपा ने इस सीट से सेवानिवृत्त नौकरशाह एल. रघुमणि को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ए. शारदा देवी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सिंह को पार्टी नियमों के उल्लंघन और अनुशासनहीनता के कारण छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है।
| | |
|