गुजरात के अमरेली जिले के एक गांव में मंगलवार देर रात ट्रक के अनियंत्रित होकर एक झोपड़ी में घुस जाने से उसकी चपेट में आकर आठ लोगों की मौत हो गई और दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के समय ये सभी लोग सो रहे थे।
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अमरेली के पुलिस अधीक्षक निर्लिप्त राय ने बताया मृतकों में आठ और 13 साल के दो बच्चे भी शामिल हैं। बधादा गांव में देर रात करीब ढाई बजे हुए हादसे में दो बच्चे गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। वाहन चलाते समय झपकी आने से ट्रक चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया और ट्रक सड़क किनारे एक झोपड़ी में जा घुसा, जिसमें 10 लोग सो रहे थे।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, गुजरात सरकार ने मृतकों के परिवार वालों को चार-चार लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है और जिला कलेक्टर को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक निर्लिप्त राय ने बताया कि ट्रक राजकोट से अमरेली जिले के जाफराबाद जा रहा था। घायल बच्चों की उम्र तीन और सात साल है, दोनों को अमरेली के सरकारी
अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। ट्रक चालक की पहचान प्रवीण परमार के तौर पर हुई है और उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान पूजा बेन सोलंकी (8), लक्ष्मी बेन सोलंकी (30), शुकनबेन सोलंकी (13), हेमराज भाई सोलंकी (37), नरशी भाई संखला (60), नवधन भाई संखला (65), विरम भाई राठौड़ (35) और लाला भाई राठौड़ (20) के तौर पर हुई है।
इस बीच, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा की और कलेक्टर को हादसे की जांच करने तथा रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
सीएमओ के बयान के अनुसार, उन्होंने स्थानीय प्रशासन को प्रभावित लोगों को हर आवश्यक मदद मुहैया कराने का निर्देश भी दिया है।
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