बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के 30वें मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

Last Updated 28 Jul 2021 11:43:17 AM IST

भाजपा के वरिष्ठ नेता बसवराज बोम्मई को बुधवार को राजभवन के ग्लास हाउस में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने कर्नाटक के 30वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। बसवराज बोम्मई ने भगवान के नाम पर शपथ ली।


बसवराज बोम्मई

समाजवादी दर्शन से ताल्लुक रखने वाले और अब भाजपा के सिद्धांतों को मानने वाले बोम्मई की राजनीतिक यात्रा ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेते ही एक नया मील का पत्थर साबित कर दिया। 28 जनवरी को बोम्मई ने 60 साल पूरे किए। हालांकि उन्होंने कर्नाटक के 30वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है, लेकिन उन्हें 23वें मुख्यमंत्री के रूप में भी माना जाएगा, क्योंकि कई लोगों ने कई बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।

राजभवन के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोग उमड़ पड़े और उनका उत्साहवर्धन किया। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। बोम्मई के समारोह को देखने के लिए पहुंचने से पहले बोम्मई के परिवार के सदस्य राजभवन में थे।



शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, किशन रेड्डी, भाजपा संसदीय बोर्ड द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त, निवर्तमान मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा, राज्य के सभी शीर्ष नेता मौजूद थे। कांग्रेस के वरिष्ठ और विपक्षी नेता आर.वी. देशपांडे अनुपस्थित रहे।

शपथ ग्रहण समारोह से पहले बोम्मई ने येदियुरप्पा, प्रधान, रेड्डी और सिंह से मुलाकात की।

कर्नाटक में भाजपा के विधायक दल ने मुख्यमंत्री पद पर असमंजस को खत्म करते हुए मंगलवार शाम को 61 वर्षीय बोम्मई को अपना नया नेता चुना। बोम्मई ने कद्दावर नेता बी एस येदियुरप्पा का स्थान लिया है।

उत्तर कर्नाटक से लिंगायत समुदाय के नेता बोम्मई को येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाने में वरिष्ठ भाजपा नेता की पूरी सहमति है।

दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री एस आर बोम्मई के बेटे बोम्मई सोमवार को भंग हुई येदियुरप्पा की मंत्रिपरिषद में गृह मामलों, कानून, संसदीय मामलों और विधायी मामलों के मंत्री थे। कर्नाटक में एच डी देवगौड़ा और एच डी कुमारस्वामी के बाद यह पिता-पुत्र की दूसरी जोड़ी है जो मुख्यमंत्री बने हैं।

बोम्मई हावेरी जिले में शिगगांव से तीन बार के विधायक हैं तथा दो बार वह पार्षद रहे हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह में येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रधान और जी किशन रेड्डी, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील और राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि मौजूद रहे। प्रधान और रेड्डी को विधायक दल की बैठक के लिए भाजपा के संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।

येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने पर महीनों से लगायी जा रही अटकलों को विराम देते हुए सोमवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा ऐसे दिन दिया जब उनकी सरकार को दो साल पूरे हुए।

आईएएनएस/भाषा
बेंगलुरु


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