माफी के बिना सिद्धू से मुलाकात नहीं, अपने रुख पर कायम कैप्टन अमरिंदर सिंह
नवजोत सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुलाकात तब तक नहीं होगी जब तब सिद्धू कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर सोशल मीडिया में दिए अपने बयानों के लिए माफी नहीं मांगेंगे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (फाइल फोटो) |
भले ही दस जनपथ के 18 जुलाई के फैसले जिसमें कांग्रेस के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष की कमान नवजोत सिद्धू के हाथों में सौंपी गई हो लेकिन कंडीशन अप्लाई के साथ ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आलाकमान के फैसले पर अपनी सहमति जताई थी , जिसमें पहली शर्त ही यहीं थी की सिद्धू कैप्टन से माफी मांगेंगे।
हरीश रावत के साथ 17 जुलाई की मुलाकात के बाद अमरिंदर ने आलाकमान के फैसले को मान्य तो करार दे दिया था लेकिन इसके बदले जो शर्त उनके द्वारा रखी गई उसने इस रार के फिलहाल जारी रहने की आशंका को बनाए रखा है।
सिद्धू द्वारा कैप्टन से मुलाकात का समय मांगे जाने की खबरों पर विराम लगाते हुए कैप्टन के मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर जवाब दिया है की न तो सिद्धू की तरफ से समय मांगा गया है और न ही अमरिंदर के स्टैंड में कोई बदलाव आया है। जब तक सिद्धू अपने टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते तब तक मुलाकात का प्रश्न ही नहीं बनता ।
इस बीच सिद्धू का एक एक कर विधायकों और प्रदेश के नेताओं से मुलाकात का दौर जारी है, वो शायद इन नेताओं को ये संदेश देने का प्रयास कर रहें हैं कि जिस कैप्टन के राज में उन्हें मुलाकात का समय मांगे नहीं मिलता था अब उसी राज्य में प्रदेश अध्यक्ष उनके द्वारे खुद चले आ रहें हैं ।
दूरियों को पाटने का सिद्धू ये प्रयास क्या वाकई पंजाब की राजनीति में एक नई कहानी लिखने जा रहा है ये तो चुनाव के दौरान खुद ब खुद समझ आ जायेगा लेकिन फिलहाल इतना तय है की अमरिंदर और सिद्धू की रार पार्टी के लिए अभी भी उलझन का सबब बनी रह सकती है।
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