अभिषेक बनर्जी की पत्नी से 1 घंटे से अधिक समय तक की पूछताछ
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों की एक टीम ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से कोयले की अवैध तस्करी मामले में कोलकाता स्थित उनके आवास पर एक घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की।
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सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की टीम कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय में लगातार अपने उच्च अधिकारियों के साथ संपर्क में थी। अधिकारी दक्षिण कोलकाता के हरीश मुखर्जी रोड स्थित अभिषेक बनर्जी के आवास शांतिनिकेतन में रुजिरा बनर्जी से की जा रही पूछताछ के संबंध में फोन पर अपने कार्यालय को सूचित कर रहे थे।
हालांकि, सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ के संबंध में फिलहाल कुछ भी नहीं बताया है। सूत्रों के हवाले से पता चला कि केंद्रीय एजेंसी ने बैंकॉक के एक बैंक के जरिए रुजिरा के संदिग्ध बैंकिंग लेनदेन के बारे में पूछा। उन्होंने रुजिरा की राष्ट्रीयता और पासपोर्ट से संबंधित जानकारी भी ली।
सूत्रों ने कहा कि अभिषेक की पत्नी द्वारा दिए गए जवाबों के बारे में चर्चा करने के लिए सीबीआई के अधिकारी मंगलवार को निजाम पैलेस में मिलेंगे और इस दौरान वह अपनी जांच के लिए आगे के रास्ते पर भी चर्चा करेंगे।
सीबीआई की टीम ने रुजिरा के निवास (शांतिनिकेतन) से बाहर निकलने के बाद चुप्पी साधे रखी। करीब एक घंटे 15 मिनट तक चली पूछताछ के संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के अपने भतीजे अभिषेक के घर से निकलने के कुछ देर बाद ही यहां सीबीआई की टीम पहुंच गई थी। ममता बनर्जी यहां करीब 10 मिनट रुकी थीं।
सीबीआई की टीम का नेतृत्व जांच अधिकारी उमेश कुमार कर रहे थे।
सीबीआई टीम ने पिछले साल नवंबर में दर्ज मामले के संबंध में पूछताछ के लिए रविवार को रुजिरा को नोटिस दिया था। एजेंसी ने कोयला चोरी के मामले में रुजिरा की भूमिका को पाया है। हालांकि मामले में उन्हें आरोपी नहीं बनाया गया है।
इससे पहले सोमवार को सीबीआई की 8 सदस्यीय टीम ने इसी सिलसिले में रुजिरा की बहन मेनका गंभीर से ढाई घंटे तक पूछताछ की थी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के पहले अभिषेक की पत्नी और उनकी साली पर सवाल उठाने से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है।
तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है।
इससे पहले सीबीआई ने इस मामले में कथित किंगपिन (प्रमुख साजिशकर्ता) अनूप मांझी उर्फ लाला के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एजेंसी ने इसके साथ ही ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के आला अधिकारियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है।
कोयला तस्करी गिरोह मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के 45 स्थानों पर पिछले साल 28 नवंबर को छापे मारे थे।
सीबीआई ने 19 फरवरी को कोयला माफिया जयदेव मोंडल के परिसर सहित पश्चिम बंगाल के चार जिलों में 13 स्थानों पर तलाशी ली थी।
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