हरियाणा : सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी को निकाय चुनाव में मिली हार

Last Updated 31 Dec 2020 03:10:57 PM IST

हरियाणा की सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी गठबंधन को नगर निगम केचुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी को दो नगर निगम में मेयर के पद पर हार का सामना करना पड़ा, लेकिन बुधवार को पार्टी ने एक नगर निकाय में जीत हासिल की।


सोनीपत नगर निगम के लिए विपक्षी कांग्रेस ने मेयर पद जीता, जबकि पंचकुला नगर निगम में भाजपा ने इस पद को जीता।

अंबाला नगर निगम में जीत हरियाणा जन चेतना पार्टी के विनोद शर्मा की हुई, जिन्होंने 2013 में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी और अपनी पार्टी बनाई थी। हरियाणा जन चेतना पार्टी की शक्ति रानी शर्मा ने चुनाव में भाजपा की वंदना शर्मा को लगभग 7,000 मतों के अंतर से हराया।

भाजपा के कुलभूषण गोयल ने कांग्रेस की उपिंदर कौर अहलूवालिया को 2,057 वोटों के अंतर से हराकर पंचकूला मेयर का चुनाव जीता। गोयल को 49,860 वोट मिले, जबकि अहलूवालिया को 47,803 वोट मिले।

मेयर सीट के लिए कांग्रेस के निखिल मदान ने सोनीपत में भाजपा के उम्मीदवार ललित बत्रा को 13,818 वोटों से हराया।

हालांकि, रेवाड़ी नगर परिषद में भाजपा ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। भाजपा की पूनम यादव ने निर्दलीय उपमा यादव को 2,087 मतों से हराया। इस सीट पर कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही।

उकलाना नगरपालिका समिति के चुनाव में, निर्दलीय उम्मीदवार सुशील साहू ने भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के उम्मीदवार महेंद्र सोनी को अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में हरा दिया।

सांपला में, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार पूजा ने अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार को हराया।

रेवाड़ी जिले में धारूहेड़ा नगर समिति चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार कंवर सिंह ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और भाजपा उम्मीदवार संदीप बोहरा को 632 मतों से हराकर अध्यक्ष पद हासिल किया।

सिंह को 3,048 वोट मिले, जबकि बोहरा को 2,416 और जेजेपी के मान सिंह को 1,657 वोट मिले।

रविवार को हुए नगर निकाय चुनावों में लगभग 60 फीसदी मतदान हुआ था।

भाजपा ने रेवाड़ी की नगरपालिका परिषद के लिए अध्यक्ष उम्मीदवार के अलावा, तीनों नगर निगम सीटों पर मेयर पद के लिए उम्मीदवारों को खड़ा किया था। जेजेपी ने धारूहेड़ा और उकलाना नगरपालिका समितियों में अध्यक्ष का चुनाव लड़ा।

वहीं कृषि कानूनों के विरोध में इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने नगर निगम चुनावों का बहिष्कार किया था।

अक्टूबर 2019 में राज्य में सत्ता में आने के बाद से भाजपा-जेजेपी गठबंधन की यह दूसरी हार है।

पिछले महीने, कांग्रेस उम्मीदवार इंदु राज नरवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और बड़ौदा विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार योगेश्वर दत्त को 10,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया।

सोनीपत नगर निगम में पार्टी की जीत पर उत्साहित, कांग्रेस नेता भूपिंदर हुड्डा ने मीडिया को बताया कि बड़ौदा उपचुनाव के बाद, सोनीपत के लोगों ने नगर निगम चुनावों में गठबंधन सरकार को 'करारा जवाब' दिया है।
 

आईएएनएस
चंडीगढ़


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