गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेताओं की भूख हड़ताल खत्म, बोले टिकैत, सरकार को बात सुननी पड़ेगी
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों के इस प्रदर्शन को अब तीन हफ्ते होने जा रहे हैं। वहीं सोमवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसान सुबह 8 बजे से भूख हड़ताल पर बैठ हुये थे। 5 बजे 4 मासूम बच्चों ने प्रदर्शन स्थल पर किसान नेताओं को जूस पिला कर उनका अनशन खत्म करवाया।
गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेताओं की भूख हड़ताल खत्म |
अनशन पूरा करने के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने प्रेस वार्ता की जिसमें उन्होंने कहा कि, "हमारा आज का अनशन कामयाब रहा, इस अनशन के बाद सरकार को एक संदेश जाएगा। सरकार को हमारी बात सुननी होगी। हम किसान बातों से समाधान चाहते हैं। हमारी अगली रणनीति जल्द तय होगी।"
उन्होंने आगे पुलिस प्रशासन को हिदायत देते हुए कहा कि, "हम किसानों का अगरप कहीं ट्रॉली या ट्रैक्टर रोका गया तो उसी समय हाईवे जाम करेंगे। हमारे किसान भाइयों को परेशान करना बंद करें। जिन थाने या चौकी में हमारे किसान जाएंगे, उस थाने में हम पशुओं को बांध देंगे।"
दरअसल किसानों का आरोप है कि उनके कई साथियों को पुलिस द्वारा विभिन्न जगहों पर परेशान किया जा रहा है। वहीं ट्रैक्टरों को थानों में बंद किया जा रहा है।
राकेश टिकैत ने आगे कहा, "हम जल्द ही संपर्क करने के लिए 4 फोन नम्बर जारी करेंगे। जिस पर मीडिया या अन्य परेशान किसान हमसे संपर्क कर सकते हैं।"
दरअसल सोमवार को सभी किसान नेता सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे थे। इससे पहले किसानों ने 'भारत बंद' का आह्वान किया था। जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों और ट्रेड यूनियनों ने भी किसानों के भारत बंद का समर्थन किया था।
दूसरी ओर सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बावजूद किसान संतुष्ट नहीं है। किसानों का कहना है कि जब तक नए कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
| Tweet |