दिल्ली दंगे मामले में पुलिस ने की अपूर्वानंद से पूछताछ
Last Updated 04 Aug 2020 03:55:29 PM IST
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद से पूछताछ की है।
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प्रोफेसर अपूर्वानंद ने आज एक बयान जारी कर कहा कि स्पेशल सेल ने कल उनसे पांच घंटे तक पूछताछ की और उसके बाद जांच के नाम पर उनके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलनकारियों का समर्थन करने वालों को हिंसा का स्रोत बताना बहुत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों के साथ जांच में सहयोग से यह उम्मीद है कि दिल्ली पुलिस एक पूर्ण, निष्पक्ष जांच करेगी।
उन्होंने मांग की है कि पुलिस सही तरीके से जांच करे और किसी बेगुनाह को न फंसाया जाए। पुलिस ने हाल में ही जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र उमर खालिद से भी पूछताछ कर उसका मोबाइल जब्त किया था। इससे पहले स्पेशल सेल ने एफआईआर 59/20 के तहत जामिया के छात्र मीरान हैदर, सफूरा जरगर, पूर्व छात्र शिफाउर्रह्मान खान, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की दो छात्रा देवांगना कलिता, नताशा नरवाल को गिरफ्तार किया था जिनमें से सफूरा को दिल्ली उच्च न्यायालय ने मानवीय आधार पर जमानत दी है।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और इसका विरोध करने वालों के बीच उत्तर पूर्वी दिल्ली में 23 से 26 फरवरी के बीच हिंसा हुईं थीं, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे और करीब 200 लोग घायल हो गए थे।
उन्होंने मांग की है कि पुलिस सही तरीके से जांच करे और किसी बेगुनाह को न फंसाया जाए। पुलिस ने हाल में ही जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र उमर खालिद से भी पूछताछ कर उसका मोबाइल जब्त किया था। इससे पहले स्पेशल सेल ने एफआईआर 59/20 के तहत जामिया के छात्र मीरान हैदर, सफूरा जरगर, पूर्व छात्र शिफाउर्रह्मान खान, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की दो छात्रा देवांगना कलिता, नताशा नरवाल को गिरफ्तार किया था जिनमें से सफूरा को दिल्ली उच्च न्यायालय ने मानवीय आधार पर जमानत दी है।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और इसका विरोध करने वालों के बीच उत्तर पूर्वी दिल्ली में 23 से 26 फरवरी के बीच हिंसा हुईं थीं, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे और करीब 200 लोग घायल हो गए थे।
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